RBI Board Meeting: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने RBI के केंद्रीय निदेशक मंडल की बैठक में देश के सभी बैंकों को ‘कोर बैंकिंग’ पर ध्यान देने और संशोधनों की जानकारी दी।केंद्रीय वित्त मंत्री ने केंद्रीय बजट 2024-25 के बाद भारतीय रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल की बैठक में आज हिस्सा लिया।बैठक में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास और वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी भी मौजूद रहे।इस अवसर पर वित्त मंत्री ने बोर्ड को संबोधित करते हुए कहा,हम बैंकिंग विनियमन में संशोधन ला रहे हैं….इस संशोधन अधिनियम को लाने के कई कारण हैं जो कुछ समय से लंबित था इसमें सहकारी क्षेत्र के बैंकिंग क्षेत्र के संबंध में कुछ पुनर्गठन भी किए गए हैं।
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वित्त मंत्री ने की RBI के निदेशक मंडल के साथ बैठक
वित्त मंत्री ने RBI के केंद्रीय निदेशक मंडल की बैठक में गवर्नर शक्तिकांत दास की मौजूदगी में कहा,बैंकों को ‘कोर बैंकिंग’ पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है और ये अनुरोध किया कि,बैंकों को अपने महत्वपूर्ण व्यवसाय यानी जमा राशि जुटाना और धन उधार देना को प्राथमिकता देनी चाहिए।इस मौके पर आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा,बैंक अपनी जमा दरें और ब्याज दरें तय करते हैं स्थिति के अनुसार विभिन्न बैंकों की दरें अलग-अलग हो सकती हैं।
बैंकिंग सेक्टर में डिपॉजिट आंकड़ा कम होने पर जताई चिंता
आपको बता दें कि,आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकिंग सेक्टर में लगातार डिपॉजिट और कर्ज के कम होते आंकड़ों को देखकर अपनी चिंता जताई थी.जिसको लेकर वित्त मंत्री ने कहा,बैंकों को कर्ज सिर्फ जरुरतमंदों को देना चाहिए.बैंक अगर अच्छी डिपॉजिट स्कीम लेकर आएंगे तो लोग उसमें अपना पैसा लगाएंगे.अपनी ब्याज दरें तय करने के लिए बैंक स्वतंत्र है.बैंक अपने कारोबार में उसके हिसाब से कभी भी बदलाव कर सकते हैं।
बांग्लादेश में तनावपूर्ण माहौल से अर्थव्यवस्था पर असर
वित्त मंत्री की मौजूदगी में ये बैठक केंद्रीय बजट 2024-25 के बाद हुई और लोकसभा द्वारा वित्त विधेयक को पारित करने के कुछ दिनों बाद हुई है.संसद में मानसून सत्र के दौरान सरकार ने वित्त विधेयक में कुछ संशोधन किए।बैठक में वित्त मंत्री ने बांग्लादेश के ताजा हालातों को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है जिसमें उन्होंने कहा कि,पड़ोसी देश का माहौल तनावपूर्ण होने से देश के कपड़ा उद्योग में थोड़ी अनिश्चितता का माहौल है.वित्त मंत्री ने कहा,हमें उम्मीद है हमारा वहां किया गया सारा निवेश सुरक्षित है लेकिन अभी ये कहना मेरे लिए जल्दबाजी होगी कि,बांग्लादेश में जो हालात बने हैं उसका हमारी अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा।