Earthquake in Himachal Pradesh: आज सुबह हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी शहर में भूकंप (Earthquake) के जोरदार झटकों से दहशत फैल गई. आज सुबह करीब ढाई बजे आए भूकंप ने लोगों को चौंका दिया. हालांकि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.3 मापी गई, लेकिन उसके बावजूद लोग डर से घरों से बाहर निकल आए और परिवारों के साथ सड़क पर बैठ गए. इस भूकंप के बाद लोग पूरी रात सड़कों पर रहे और सुबह तक घरों में लौटने का साहस नहीं कर पाए.
भूकंप का केंद्र और असर
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) ने भूकंप (Earthquake) की पुष्टि की और बताया कि इसका केंद्र जमीन के अंदर 5 किलोमीटर की गहराई में था। हालांकि इस भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं आई, लेकिन यह क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील है. मंडी जिला, जो कि हिमाचल प्रदेश के महत्वपूर्ण शहरों में आता है, भूकंप जोन 5 में शामिल है, जो कि बेहद संवेदनशील माना जाता है. इसलिए यहां के लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि छोटे भूकंप कभी-कभी बड़े भूकंप के संकेत भी हो सकते हैं.
कैलिफोर्निया और टोंगा में भी आए भूकंप
हाल ही में, दुनिया के अन्य हिस्सों में भी भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए हैं. 5 दिसंबर को अमेरिका के कैलिफोर्निया में 7.0 तीव्रता का एक भूकंप आया. भूकंप का केंद्र फर्नडेल शहर से लगभग 100 किलोमीटर दूर था, और इसका केंद्र समुद्र के अंदर 10 किलोमीटर की गहराई में पाया गया. इस भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि लोगों के घरों की दीवारों में दरारें आ गईं, दरवाजे-खिड़कियां हिलने लगीं और इमारतों की नींव कमजोर हो गई. भूकंप के तुरंत बाद, यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने समुद्र में सुनामी आने की चेतावनी जारी की, लेकिन बाद में यह चेतावनी वापस ले ली गई। फिर भी, प्रशासन ने लोगों को भूकंप के खतरे से सतर्क रहने की सलाह दी है.
टोंगा में भूकंप: कोई नुकसान नहीं
इसी दिन, 6 दिसंबर को, टोंगा में भी 5.1 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) आया. भूकंप का केंद्र टोंगा के फेंगाले’ओंगा शहर से 16 किलोमीटर दूर था. भारतीय समयानुसार यह भूकंप दोपहर 3:58 बजे महसूस किया गया. इस भूकंप से भी किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन टोंगा एक भूकंपीय क्षेत्र है और यहां पर अक्सर भूकंप आते रहते हैं। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे ने टोंगा में आए भूकंप की भी पुष्टि की है.
भूकंप के खतरे के प्रति सतर्कता
यह घटनाएं यह दर्शाती हैं कि भूकंप (Earthquake) एक प्राकृतिक आपदा है, जो कभी भी किसी भी स्थान पर आ सकता है. हिमाचल प्रदेश के मंडी जैसे संवेदनशील इलाकों में भूकंप के छोटे-छोटे झटके बड़े खतरे का संकेत हो सकते हैं. इसलिए, विशेषज्ञों का मानना है कि इन झटकों के बाद लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है और भूकंप के दौरान सही कदम उठाने की जानकारी होनी चाहिए.
दुनिया भर में भूकंप (Earthquake) के लगातार आ रहे इन झटकों से यह स्पष्ट होता है कि प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार रहना बेहद जरूरी है. चाहे वह कैलिफोर्निया हो, टोंगा हो या हिमाचल प्रदेश, सभी जगहों पर भूकंप के खतरे के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है.
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