Manipur : मणिपुर में दो जातीय समुदाय के बीच कई महीने पहले शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रहा है। ना जानें ये हिंसा कितनों लोगों की जान और कितनों का घर उजाड़ कर मानेगा। बता दे कि Manipur में ताजा गोलीबारी में अब तक पांच लोगों की मौत हो गई है। बता दे कि वहां के अधिकारियों ने गुरुवार को यानी (31 अगस्त) को बताया कि Manipur के Bishnupurऔर Churachandpur जिलों में पिछले 72 घंटों में दो जातीय समुदायों के बीच लगातार गोलीबारी के बाद कम से कम पांच लोग मारे गए।इसके अलावा इस गोलीबारी के दौरान 18 लोग भी घायल हो गए हैं।
एक शख्स के सिर पर लगी गोली
वहां के अधिकारियों के मुताबिक, दो जातीय समुदाय के बीच ताजा गोलीबारी की घटना बुधवार शाम को हुई। बता दे कि गोलीबारी में एक शख्स के सिर पर गोली लगी, जिसके बाद उसकी इलाज के लिए गुवाहाटी ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। वहीं अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घायल व्यक्ति की भी गुरुवार सुबह करीब नौ बजे इलाज के दौरान चुराचांदपुर जिला अस्पताल में मौत हो गई।
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पिछले 12 घंटों के दौरान दम तोड़ दिया
Manipur में गोलीबारी की घटना में घायल हुए दो लोगों ने पिछले 12 घंटों के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं इसके साथ ही बृहस्पतिवार सुबह बिष्णुपुर जिले के खोइरेंटक तलहटी और चुराचांदपुर जिले के चिंगफेई और खौसाबुंग इलाकों में दो समूहों के बीच भारी गोलीबारी की सूचना मिली है। बता दे कि अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के बताया की , गोलीबारी की घटना बुधवार शाम से कुछ घंटों की शांति के बाद हुई।
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अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत
Manipur में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं राज्य की आबादी में मेइती समुदाय की हिस्सेदारी करीब 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और उनमें से ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं।