China on Trump Tariff:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रेसिप्रोकल टैरिफ पॉलिसी ने वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को हिलाकर रख दिया है। खासतौर से चीन, भारत और वियतनाम जैसे देशों पर लगाए गए भारी टैरिफ ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हलचल मचा दी है। इस नीति के चलते अमेरिका का स्टॉक मार्केट भी गिर गया और एक ही झटके में कई बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। अब यह सवाल उठ रहा है कि ट्रंप की इस टैरिफ पॉलिसी से किसे ज्यादा नुकसान होगा—चीन को या फिर अमेरिकी अर्थव्यवस्था को? इस लेख में हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि इस नीति का अंततः किस पर गहरा असर पड़ेगा।
Read more :US Tariff: Donald Trump की नई टैरिफ नीति… भारत, इजरायल और वियतनाम पर नए शुल्क, क्या पड़ेगा असर ?
अमेरिका के लिए रेसिप्रोकल टैरिफ का प्रभाव
एक रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन ने विदेशी आयात पर भारी टैरिफ लगाकर अमेरिकी कंपनियों को देश में निवेश के लिए आकर्षित करने की कोशिश की है। हालांकि, यह प्रक्रिया उतनी सरल नहीं जितना कि प्रतीत हो रहा है। अमेरिकी कंपनियों और विदेशी व्यवसायों के लिए अमेरिका में निवेश करने को आकर्षक बनाने के लिए उच्च टैरिफ नीति को लागू किया गया है, लेकिन इसका असर अमेरिका की आर्थिक स्थिति पर गंभीर पड़ सकता है।
एक की रिपोर्ट के अनुसार, इस नई टैरिफ पॉलिसी के चलते अमेरिकी कंपनियों को हर साल लगभग 654 बिलियन डॉलर का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ेगा। इसके अलावा, ट्रेड वॉर के चलते अमेरिकी अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में भी आ सकती है। यदि चीन और अन्य देशों ने जवाबी टैरिफ लगाए, तो अमेरिकी व्यवसायों को और अधिक महंगे आयातों का सामना करना पड़ेगा, जिससे उनकी लागत और मुनाफा दोनों पर दबाव बढ़ेगा।विशेषज्ञों का मानना है कि अगर चीन ने 10 अप्रैल से अमेरिकी सामानों पर 34 फीसदी टैरिफ लगा दिया तो यह एक टिट-फॉर-टैट का रूप ले सकता है, जिससे पूरी दुनिया में व्यापार युद्ध (Trade War) की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। जेपी मॉर्गन और गोल्डमैन सैक्स जैसी प्रमुख एजेंसियों ने पहले ही अमेरिका को इस नीति के संभावित प्रभावों के बारे में चेतावनी दी है।
Read more :Nepal Earthquake: नेपाल में फिर महसूस हुए भूकंप के झटके, 5.0 तीव्रता से डोली धरती
चीन की अर्थव्यवस्था पर असर
एक कि रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से चीन की अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 2025 तक चीन की जीडीपी वृद्धि में 2.4 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। चीन, अमेरिका के लिए एक बड़ा व्यापारिक साझेदार है और अमेरिकी बाजार में चीनी उत्पादों की भारी मांग है। यदि अमेरिका ने चीन के उत्पादों पर 50 फीसदी तक टैरिफ लगा दिया, तो चीन के उत्पादों के लिए अमेरिकी बाजार में टिकना लगभग असंभव हो जाएगा।इससे चीन की निर्माण प्रक्रिया और निर्यात दोनों पर असर पड़ेगा, जिससे उसकी आर्थिक वृद्धि रुक सकती है। चीन का विस्तारित उत्पादन और निर्यात पर निर्भरता है, और यदि अमेरिका ने चीनी उत्पादों के लिए भारी शुल्क लगाए, तो चीन के लिए इसे बचाना मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा, चीन का व्यापार घाटा बढ़ने से उसकी आर्थिक नीति भी प्रभावित हो सकती है।