लखनऊ संवाददाता- मोहम्मद कलीम
लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल के हृदय रोग विभाग में डॉक्टर ने डीएनबी छात्र को थप्पड़ मार दिया। इससे नाराज डीएनबी छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। वहीं डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अस्पताल के सीएमएस से लिखित शिकायत की है। इधर, आनन फानन में मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
बलरामपुर अस्पताल के हृदय रोग विभाग में डीएनबी छात्र पढ़ाई के साथ ही ओपीडी व वार्डों में भर्ती मरीजों का इलाज में भी सहयोग करते हैं। बुधवार को हृदय रोग विभाग के एक डॉक्टर ने पढ़ाई के दौरान ही एक डीएनबी छात्रों को मामूली कहासुनी होने पर थप्पड़ जड़ दिया। इससे वहां मौजूद दूसरे छात्र सकते में आ गए। उन लोगों ने मारे जाने का विरोध जताया तो डॉक्टर ने सभी को धमकाकर शांत करा दिया।
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छात्रों ने एकजुट होकर हंगामा शुरू
धीरे-धीरे यह बात दूसरे विभागों के भी डीएनबी छात्रों को पता चल गई तो मामला बढ़ गया। सभी डीएनबी छात्रों ने एकजुट होकर हंगामा शुरू कर दिया। डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दोपहर में अस्पताल के वरिष्ठ अफसरों से मुलाकात की। पीडि़त डीएनबी छात्र ने आरोपी डॉक्टर के रवैए से नाराज होकर अफसरों से लिखित शिकायत की है। बंद कमरे में अफसरों से वार्ता के बाद डीएनबी छात्र निकले और काम पर वापस चले गए।
बलरामपुर अस्पताल: छात्र को डांटना कोई गलत नहीं
आरोपी डॉक्टर का कहना है कि अस्पताल के ही अफसरों के मुंह लगे दूसरे डॉक्टर मामले को तूल दे रहे हैं। डीएनबी छात्र को पढ़ाई के दौरान गलत काम करने पर डांटा था थप्पड़ मारने की बात गलत है। शिक्षक के तौर पर छात्र को डांटना कोई गलत नहीं है। बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. अतुल मेहरोत्रा ने बताया कि डीएनबी छात्रों ने लिखित शिकायत की है। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।