प्रतापगढ़ संवाददाता- गणेश
- जनपद में संचालित गो-आश्रय स्थलों का सुचारू रूप से सफल संचालन करायें, लापरवाही कदापि न बरते-सीडीओ
- गो आश्रय स्थल सरायभीमसेन, चन्दी गोविन्दपुर व सांगापट्टी में हरे चारे के बुवाई के कार्यो में लापरवाही पर खण्ड विकास अधिकारी व पशु चिकित्साधिकारी का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया।
- बैठक में विकास खण्ड बिहार के एडीओ पंचायत एवं खण्ड विकास अधिकारी के अनुपस्थित पाये जाने पर स्पष्टीकरण का दिया गया निर्देश
प्रतापगढ़। मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया की अध्यक्षता में कल सायंकाल विकास भवन के सभागार में जनपद स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि गोवंशों हेतु हरे चारों की बुवाई 33 हेक्टेयर में की गयी है जिसकी स्थिति ठीक नही है।
गोआश्रय स्थलों में हरे चारों की बुवाई
समस्त खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, एडीओ पंचायत को निर्देशित किया गया कि जहां-जहां पर चारों की बुवाई नही की गयी है वहां पर तत्काल हरे चारों की बुवाई सुनिश्चित करायी जाये तथा जिन गोआश्रय स्थलों में हरे चारों की बुवाई हेतु समतलीकरण नही है उसका समतलीकरण कराया जाये। नोडल अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जहां पर चारे की बुवाई नही हुई है।
वहां के ग्राम प्रधानों से मिलकर हरे चारे की बुवाई करायें। गो आश्रय स्थल सरायभीमसेन, चन्दी गोविन्दपुर, सांगापट्टी में हरे चारे की बुवाई न किये जाने पर सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी व पशु चिकित्साधिकारी के वेतन रोकने का निर्देश दिया गया। उन्होने कहा कि जिन गो आश्रय स्थलों पर कीचड़ होता है वहां पर ईंट का खण्ड़न्जा लगाया जाये, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाये।
बैठक में विकास खण्ड बिहार के एडीओ पंचायत एवं खण्ड विकास अधिकारी अनुपस्थित पाये गये जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारी को स्पष्टीकरण हेतु निर्देशित किया। उन्होने कहा कि गो आश्रय स्थलों पर पशु चिकित्साधिकारी समय-समय पर भ्रमण करें और पशुओं के स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहे, यदि कोई गोवंश बीमार पाया जाता है तो उसका ईलाज करें।
मृत गोवंशों का निष्पादन नियमानुसार तत्काल करायें
मृत गोवंश के निष्पादन के सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि समस्त स्थायी/अस्थायी गोवंश आश्रय स्थलों में संरक्षित मृत गोवंशों का निष्पादन नियमानुसार तत्काल करायें एवं किसी भी गो आश्रय स्थलों में मृत पशुओं का निस्तारण नियमानुसार न होने पर सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। उन्होने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि दिये गये निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करायें।
सीडीओ ने अन्त में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद में संचालित गो-आश्रय स्थलों का सुचारू रूप से सफल संचालन करायें, लापरवाही कदापि न बरती जाये अन्यथा सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी, सभी अधिकारी अपने-अपने दायित्वों/कार्यो को शत् प्रतिशत निर्वहन करें। बैठक में जिला विकास अधिकारी ओम प्रकाश मिश्र, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 बिरजू सिंह यादव, खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी तथा समस्त जनपदीय नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।