ED Raid: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में केंद्रीय एजेंसियों की ओर से लगातार छापेमारी का सिलसिला जारी है। ईडी ने भ्रष्टाचार में लिप्त अब तक कई अधिकारियों के घर से छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये बरामद किए हैं इस लिस्ट में अब यूपी के एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी का नाम भी शामिल हो गया है। यूपी कैडर में आईएएस रहे मोहिंदर सिंह के यहां छापेमारी में ईडी को करोड़ों की नकदी के साथ ही बड़ी मात्रा में हीरे और सोने के जेवरात बरामद हुए हैं।
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पूर्व IAS अधिकारी के आवास पर ED की छापेमारी
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की सरकार में सबसे ताकतवर अधिकारियों की लिस्ट में शुमार रहे पूर्व आईएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ आवास के अलावा ईडी ने दिल्ली,नोएडा,मेरठ,पुणे और गोवा में भी रेड मारी है।छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारी भी इतनी बड़ी मात्रा में नकदी और हीरे-जेवरात देखकर दंग रह गए। पूर्व आईएएस अधिकारी के आवास से ईडी को एक बेशकीमती हीरा भी मिला है जिसकी कीमत 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है।ईडी ने छापेमारी में करीब 7 करोड़ रुपये की कीमत के जेवरात भी मोहिंदर सिंह के आवास से बरामद किए हैं।
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तत्कालीन CM मायावती के रहे बेहद करीबी अधिकारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पूर्व आईएएस अधिकारी मोहिंदर सिंह मायावती सरकार में हुए 9000 हजार करोड़ रुपये के भूमि घोटाले में शामिल रहे हैं। घोटाले में भूमि आवंटन का इस्तेमाल निजी लाभ के लिए किया गया था मोहिंदर सिंह नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रह चुके हैं तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के वो बेहद करीबी अफसर थे।मायावती सरकार में उनकी गिनती यूपी के सबसे ताकतवर अफसरों में होती थी जो 31 जुलाई 2012 को रिटायर हो गए थे।
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रियल एस्टेट कंपनियों को निजी लाभ के लिए पहुंचाया फायदा
पद पर रहने के दौरान पूर्व आईएएस अधिकारी के ऊपर आम्रपाली और सुपरटेक सहित कई बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों की मदद करने का आरोप है। सुपरटेक ट्वीन टावर घोटाले में वह दोषी पाए गए थे उनके साथ ही इसमें कई अन्य अधिकारी भी दोषी पाए गए थे।ईडी ने पूर्व आईएएस अधिकारी के आवास पर यह कार्रवाई लोटस हाउसिंग प्रोजेक्ट घोटाले मामले में की है जो 300 करोड़ रुपये के घोटाले से संबंधित है इस मामले में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था।
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