Delhi Pollution: दिल्ली (Delhi) में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है और पराली के धुएं ने हवा को खतरनाक बना दिया है. दिवाली (Diwali) के बाद से राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्तर लगातार गिरता जा रहा है. इस कारण दिल्ली के लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और कई इलाकों में हालात बेहद खराब हो गए हैं. रविवार को दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 382 से पार हो गया, जबकि कुछ इलाकों में AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया, जो गंभीर स्थिति को दर्शाता है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े चौंकाने वाले
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली (Delhi) के 38 निगरानी केंद्रों में 8 इलाकों की हालत सबसे ज्यादा खराब है. रविवार शाम के अनुसार, वजीरपुर में AQI 419, आनंद विहार में 429, रोहिणी में 434, मुंडका में 422, नेहरू नहर में 433, जहांगीरपुरी में 414, पटपड़गंज में 406, और द्वारका सेक्टर 8 में 411 दर्ज किया गया. दिवाली के दिन हुई आतिशबाजी के कारण प्रदूषण का स्तर और अधिक बढ़ गया है.
कई इलाकों में गंभीर श्रेणी में पहुंचा AQI
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, रविवार को दिल्ली (Delhi) का औसत AQI 382 से ऊपर था, जबकि आरके पुरम में यह 380, न्यू मोती बाग में 352, विवेक विहार में 388, और लोधी रोड में 330 दर्ज किया गया. प्रदूषण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में AQI गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है. बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों की सांस से जुड़ी समस्याएं और भी गंभीर हो रही हैं.
प्रदूषण पर सियासत गरमाई
बढ़ते प्रदूषण का असर सबसे अधिक उन लोगों पर पड़ रहा है, जिन्हें पहले से सांस संबंधी समस्याएं हैं. विशेषज्ञों ने ऐसे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है. व्यायाम करने वालों को आंखों में जलन की शिकायत हो रही है, और कई लोगों ने प्रदूषण के कारण असहजता महसूस की है. प्रदूषण के बढ़ते स्तर के बीच राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है. दिल्ली (Delhi) के मंत्री गोपाल राय ने घोषणा की है कि सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए 200 एंटी-स्मॉग गन लगाएगी, ताकि दिल्लीवासियों को राहत मिल सके.