दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने पहले ही 48 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस पार्टी ने पहली सूची में 21 उम्मीदवारों का एलान किया था, उसके बाद दूसरी सूची में 26 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए थे। मगर अब शुक्रवार (आज) को जारी की गई इस तीसरी सूची में एक उम्मीदवार का नाम शामिल किया गया है।दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कुछ महत्वपूर्ण और रणनीतिक फैसले किए हैं, जो मुकाबले को और दिलचस्प बना सकते हैं।कांग्रेस ने अपनी तीसरी सूची में अलका लांबा को कालकाजी सीट से उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा है।
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शासन को चुनौती देने का किया प्रयास
कांग्रेस ने इस बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा, जंगपुरा सीट से मनीष सिसोदिया के खिलाफ फरहाद सूरी को मैदान में उतारा गया है। इन फैसलों से कांग्रेस ने प्रमुख नेताओं के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारकर चुनावी मुकाबले को और तीव्र करने की कोशिश की है, खासकर दिल्ली में AAP के नेतृत्व में चल रहे शासन को चुनौती देने का प्रयास किया है।
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आतिशी के खिलाफ उतारा अलका लांबा
कांग्रेस ने अपनी तीसरी सूची में अलका लांबा को कालकाजी सीट से उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा है। कालकाजी सीट पर AAP की प्रमुख नेता और दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी भी उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह घोषणा की, कि केंद्रीय चुनाव समिति ने अलका लांबा की उम्मीदवारी को मंजूरी दी है। अलका लांबा का राजनीतिक करियर कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई से शुरू हुआ था, और उन्हें एक अनुभवी नेता के रूप में देखा जाता है।
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अजित पवार की अगुवाई में 11 उम्मीदवारों को उतारा मैदान में
यह मुकाबला विशेष रूप से दिलचस्प हो सकता है क्योंकि कालकाजी सीट पर AAP का प्रभाव मजबूत रहा है, और कांग्रेस का यह कदम दिल्ली में अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने की कोशिश माना जा रहा है।इसके अलावा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने भी इस चुनावी मुकाबले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, और अजित पवार की अगुवाई में पार्टी ने 11 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP, कांग्रेस, और अन्य पार्टियों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिल सकता है, जो दिल्ली की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।