Cyclone Dana: ओडिशा (Odisha) में चक्रवाती तूफान ‘दाना’ (Cyclone Dana) की दस्तक के चलते स्थिति काफी ज्यादा गंभीर है. 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाला यह तूफान केंद्रीयपारा (Kendriyapara) जिले में गुरुवार रात या शुक्रवार सुबह तक पहुंच सकता है. एहतियात के तौर पर ओडिशा सरकार ने 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की योजना बनाई है. इसके साथ ही रेलवे ने 198 ट्रेनों को रद्द कर दिया है, और सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. विश्वविद्यालय, कॉलेज, स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र 23 से 25 अक्टूबर तक बंद रहेंगे. यह स्थिति सभी के लिए चिंता का विषय है, और स्थानीय प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियों को तेजी से पूरा करने का प्रयास किया है.
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संवेदनशील इलाकों को खाली कराने की प्रक्रिया शुरु
बताते चले कि ओडिशा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम शुरू कर दिया है. दोनों राज्यों के अधिकारियों ने कहा है कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है. तटरक्षक बल (Coast Guard) ने भी कहा कि तूफान के मद्देनजर उन्होंने अपने पोत और विमानों को संभावित संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात कर दिया है.
मौसम विभाग और राज्य सरकार की तैयारी
आपको बता दे कि मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र (Mrityunjay Mahapatra) के अनुसार, चक्रवात दाना (Cyclone Dana) का प्रभाव पुरी से पश्चिम बंगाल के पूर्वी तटीय क्षेत्रों तक महसूस किया जा सकता है. ओडिशा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि राज्य सरकार ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं और 250 राहत शिविर तैयार कर दिए गए हैं, जिनमें सभी सुविधाएं मौजूद हैं. चक्रवात के संभावित प्रभाव को देखते हुए 7वीं बटालियन एनडीआरएफ भटिंडा की 5 टीमें भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर पहुंची हैं. इन टीमों में कुल 152 जवान हैं, जिन्हें 5 जिलों में तैनात किया जाएगा. सहायक कमांडेंट पंकज शर्मा के अनुसार, उनका मुख्य कार्य बचाव, निकासी और राहत सामग्री वितरण में जिला प्रशासन की मदद करना होगा.
ओडिशा के मुख्यमंत्री की अपील
ओडिशा (Odisha) के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए सभी विधायकों से अनुरोध किया है कि वे चक्रवात (Cyclone Dana) के दौरान अपने निर्वाचन क्षेत्रों में मौजूद रहें और जिला प्रशासन के साथ मिलकर राहत कार्यों में सहयोग करें. उन्होंने जोर दिया कि विधायकों को अपने क्षेत्रों के लोगों के साथ बने रहना चाहिए और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने के हर संभव प्रयास करने चाहिए.
150 से अधिक ट्रेनों का परिचालन रद्द
वहीं, चक्रवात दाना (Cyclone Dana) के कारण रेलवे ने 150 से अधिक यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया है. इनमें हावड़ा-सिकंदराबाद फलकनुमा एक्सप्रेस, कामाख्या-यशवंतपुर एसी एक्सप्रेस, हावड़ा-पुरी शताब्दी एक्सप्रेस, और हावड़ा-भुवनेश्वर शताब्दी एक्सप्रेस शामिल हैं. रेलवे के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर हालात और बिगड़ते हैं, तो और ट्रेनों को रद्द किया जा सकता है.
बेंगलुरु में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
इस बीच,बेंगलुरु में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. इन हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई है. प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए राष्ट्रीय और राज्य आपदा मोचन बल की टीमें लगातार काम कर रही हैं. बेंगलुरु शहरी जिला प्रशासन ने जलभराव की स्थिति को देखते हुए बुधवार को सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का निर्णय लिया है.
तटरक्षक बल और आपदा प्रबंधन की तैयारी
तटरक्षक बल और एनडीआरएफ की टीमें चक्रवात दाना (Cyclone Dana) के संभावित प्रभाव को ध्यान में रखते हुए हाई अलर्ट पर है. राहत और बचाव कार्य के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, ताकि नागरिकों को किसी भी आपदा की स्थिति में समय रहते सुरक्षित निकाला जा सके. ओडिशा और पश्चिम बंगाल सरकारें भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और सभी संभव उपाय कर रही हैं.
स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं अधिकारी
ओडिशा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में तटीय क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. रेलवे (Railways) ने भी ट्रेन सेवाओं में बदलाव करते हुए सुरक्षा के मद्देनजर कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है. प्रशासन की ओर से स्थिति पर पूरी निगरानी रखी जा रही है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कदम उठाने की योजना भी बनाई गई है.