- दिन में करते थे रेकी रात में देते थे चोरी की घटना को अंजाम
लखनऊ संवाददाता- मोहम्मद कलीम
लखनऊ। राजधानी में टोपी-मास्क लगा कर चोरी करने वाले गिरोह से फैली दहशत से राहत मिल गई है। चिनहट पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने बाराबंकी में तैनात अधिशासी अभियंता और निजी कम्पनी के एरिया मैनेजर के घर वारदात की थी। आरोपी दिन में बाइक और स्कूटी से बंद घरों की रेकी कर वारदात को अंजाम देते थे। अपराध शाखा लखनऊ और चिनहट थाना की संयुक्त टीम ने टोपी-मास्क गिरोह के लोगों की पहचान कर धरपकड़ की।
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बाइक और स्कूटी पर घूमकर करते थे रेकी
इंस्पेक्टर आलोक राव के मुताबिक कौशलपुरी निवासी अमित कुमार रस्तोगी, ठाकुरगंज निवासी मो. ताज कुरैशी और डालीगंज निवासी शानू को किसान पथ से पकड़ा गया। आरोपियों ने 14 अक्टूबर को मल्हौर निवासी विनीत कुमार श्रीवास्तव, 19 अक्टूबर को इसानिका एस्टेट निवासी सुनील मिश्रा और बीबीडी गोयल हाइट्स अपार्टमेंट निवासी अधिशासी अभियंता दिलीप यादव के घर वारदात को अंजाम दिया था। गिरोह के सदस्य दिन में बाइक और स्कूटी पर घूमते हैं। इस दौरान जिन घरों में ताले लटकते या नाली सूखी होती है। उन्हें चिह्नित कर रात को वारदात करते थे।
गिरोह का सरगना अमित रस्तोगी है। जो गोमतीनगर विस्तार थाने का हिस्ट्रीशीटर है। जिसके खिलाफ इन्दिरानगर, गोमतीनगर, गोमतीनगर विस्तार, चिनहट और बीबीडी कोतवाली में चोरी और लूट के 14 मुकदमे दर्ज हैं। अमित के मुताबिक जेल में उसकी मुलाकात शानू और ताज से हुई थी। जिनके साथ वह चोरी को अंजाम देता है।
जेल से छूटने के बाद नए साथियों का बनाया गैंग
डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि सरगना अमित रस्तोगी सितंबर में जेल से छूटने के बाद नए साथियों का गिरोह बनाया था। इस गिरोह के सदस्य शाम को बंद घरों की रेकी करके दिन और रात में मौका देखकर चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। इनके पास से चोरी की एक स्कूटी, जेवर और नकद रुपये बरामद हुए हैं। पुलिस इनके दो साथियों की तलाश कर रही है।