- शातिर बदमाशों की धरपकड़ के लिए आरपीएफ पूरी तरह से हुई हाईटेक
- आरपीएफ पुलिस को अपराधियों की धरपकड़ के लिए मिले दो पहिया वाहन।
आगरा संवाददाता-जीशान अहमद
Agra: अपराधियों को पकड़ने और रेड डालने के लिए दो पहिया वाहन की अति आवश्यकता होती है। जिससें तंग गलियों में भी शातिरों और बदमाशों तक आसानी से पहुँचा जा सके। इसीलिए आरपीएफ को दो पहिया वाहन उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिससे शातिरों को पकड़ने के दौरान किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। यह बात आगरा आए आईजी आरपीएफ ए एन सिंह ने कहा। आरपीएफ आईजी एएन सिंह आज वार्षिक निरीक्षण के लिए आगरा आये थे, उन्होंने वार्षिक निरीक्षण के दौरान आरपीएफ कर्मियों को दोपहिया वाहन भेंट किया जो मुख्यालय की ओर से मिले थे। डीआरएम आगरा और आइजी आरपीएफ ने संयुक्त रूप से इन दो पहिया वाहनों को हरी झंडी दिखाई और फिर उन्हें रवाना किया।
पैसेंजर की सिक्योरिटी पर विशेष फोकस
वार्षिक निरीक्षण के लिए आगरा आए आफ आईजी एन सिंह ने बताया कि इस समय यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता है उनके सफर को कैसे सुगम और सुरक्षित बनाए जाए। इस पर आरपीएफ पूरी तरह से कम कर रहा है। सभी स्टेशनों को तीसरी आंख से लैस किया गया है। इसके साथ ही जो स्टेशन व प्लेटफार्म की नई बिल्डिंग तैयार हो रही है उनमें सिक्योरिटी सिस्टम इनबिल्ट किया जा रहा है। इतना ही नहीं जो पुराने रेलवे स्टेशन है उन्हें भी सिक्योरिटी सिस्टम से लैस बनाया जा रहा है।
अकेली महिला रेलयात्री के सफर को सुरक्षित बनाने पर जोर
Read More: जानें परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के जन्म से लेकर राजनीतिक तक का सफर
आईजी आरपीएफ ने बताया कि इस समय विशेष फोकस महिला रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर है। महिला अकेले सुरक्षित तरीके से ट्रेन में सफर करके अपनी गंतव्य तक पहुंचे इसके लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। उसमें से मेरी सहेली अभियान भी एक है। मेरी सहेली अभियान चला कर महिला रेल यात्रियों को जागरूक बनाया जा रहा है साथ ही किसी मुसीबत में होने पर सुरक्षा के लिए जो नंबर दिए गए हैं उन पर फोन करके मदद लेने पर जोर दिया जा रहा है। उनका कहना है कि मेरी सहेली टीम में शामिल आरपीएफ कांस्टेबल व अधिकारी महिला रेल यात्रियों से बातचीत कर उनकी परेशानियों को जानने का भी प्रयास करती हैं।