अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में बने रहने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है.स्वामी प्रसाद मौर्य अक्सर हिंदू सनातन धर्म और भगवान श्री राम के लिए अनाप-शनाप शब्दों का इस्तेमाल करते है जिसके चलते वो लोगों के निशाने पर आ जाते हैं.दरअसल,स्वामी प्रसाद मौर्य रविवार को कौशांबी में राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे जहां उन्होंने जगद्गुरू रामभद्राचार्य की बीमारी को लेकर तंज कसा है.सपा नेता ने कहा कि,अगर वो सच्चे भक्त होते तो अस्पताल में नहीं,वो आश्रम में होते.वो जीवन और मौत से जूझ रहे हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य का फिर विवादित बयान सामने आया
स्वामी प्रसाद मौर्य ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य को लेकर कहा कि,रामभद्रचार्य अस्पताल में जीवन और मौत से जूझ रहे हैं उनको अस्पताल की जगह राम मंदिर जाना चाहिए वहां जाते तो उनका इलाज हो जाता और भगवान राम की कृपा हो जाती लेकिन वो राम मंदिर न जाकर अस्पताल पहुंच गए इसका मतलब है कि,विज्ञान सच है,विज्ञान की ताकत में उन्हें भी जाना पड़ा।स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि,जातिवाद व छुआछूत कैंसर है, जिसे रोकना होगा।भारत का संविधान सबको बराबर का हक देता है.इसके बावजूद जातिवाद व छुआछूत का जहर इतना हावी है कि,देश के राष्ट्रपति तक को मंदिर में नहीं घुसने दिया जा रहा है.उन्होंने कहा कि,आज पूरे विश्व में भारत की पहचान महात्मा बुद्ध व उनके विचारों से है.देश के नेता विदेशी धरती पर जाकर अपना सिर गर्व से ऊंचा करते हुए कहते हैं कि,वो उस धरती से हैं,जहां महात्मा बुद्ध ने जन्म लिया था.आज भारतीय संविधान से संविधान खिलवाड़ किया जा रहा है जबकि,हमें पढ़ने व अच्छे कपड़े पहनने का अधिकार संविधान ने दिया है.कॉलेजों में पढ़ाई महंगी कर दी गई है.देश में लगभग 80 करोड़ लोग बदहाली की जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
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लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर कसा तंज
सपा नेता ने कहा कि,भाजपा के लोगों की आदत है….हमला करना,अराजकता फैलाना..हम मानवतावादी विचारधारा के हैं.इतिहास गवाह है कि,जब भी समाज के महापुरुष आगे बढ़े हैं.उन पर कभी पत्थर बरसाए गए तो कभी उनका रास्ता रोका गया लेकिन महापुरुष रुके नहीं…हम ऐसे लोगों को भी माफ कर देते हैं,ताकि कभी तो उनकी समझ में आएगा सही और गलत क्या है।भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने के ऐलान पर सपा नेता ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,राम मंदिर आंदोलन के नायक रहे लाल कृष्ण आडवाणी को राम मंदिर में नहीं आमंत्रित किया गया इसका प्रायश्चित्त करने के लिए उन्हें भारत रत्न दिया गया।
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हिंदू संगठनों ने किया सपा नेता का विरोध
वहीं कौशांबी पहुंचने पर स्वामी प्रसाद मौर्य को हिंदू संगठन के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा.सपा नेता का काफिला जब कौशांबी के करनपुर चौराहे पर पहुंचा तो काफिले को हिंदू संगठन के लोगों ने काला कपड़ा दिखाकर उनका विरोध किया.इतना ही नहीं सपा नेता के काफिले की गाड़ी पर हिंदू संगठन के लोगों ने काली स्याही भी फेंकी जिसके बाद पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों को पकड़ा और काफिले को आगे जाने दिया।