Prakash Raj: साउथ अभिनेता प्रकाश राज ने चन्द्रयान-3 लैडिंग के दौरान इसरो के वैज्ञानिकों पर एक विवादित बयान दिया था। जिसके बाद वह सोशल मीडिया पर टोल किए जाने लगे थे। अक्सर अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों मे रहने वाले साउथ अभिनेता प्रकाश राज ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। उन्होंने सतानत धर्म को लेकर उदयनिधि स्टालिन द्वारा दिए गए बयान को दोहराया है। प्रकाश राज ने कहा कि सनातन धर्म डेंगू बुखार की तरह है।
तमिलनाडु सीएम के बेटे ने शुरुआत की सनातन धर्म पर की टिप्पणी
बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही तमिलनाडु सीएम एम. के. स्टालिन (M. K. Stalin) के बेटे उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) ने सनातन धर्म को लेकर टिप्पणी की थी। स्टालिन ने कहा था कि “सनातन धर्म लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने वाला विचार है, इसे खत्म करना मानवता और समानता को बढ़ावा देना है.” उन्होंने ये भी कहा था, ”जिस तरह हम मच्छर, डेंगू, मलेरिया और कोरोना को खत्म करते हैं उसी तरह सिर्फ सनातन धर्म का विरोध करना ही काफी नहीं है। इसे समाज से पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए। उदयनिधि के इस बयान के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया था. कुछ नेता उनके समर्थन में आ गए तो अधिकतर राजनेताओं ने बयान से दूरी बना ली।
स्टालिन के बाद प्रकाश राज का सनातन धर्म पर विवादित बयान
सनातन धर्म को लेकर तमिलनाडु के मंत्री और सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद यह सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार बडे़ नेता और अभिनेताओं द्वारा हिन्दू धर्म की आस्थाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा। ऐसे लोग जो हजारो साल सनातन धर्म की पूजा होती है। सबसे बड़ा सनातन धर्म माना गया है।
भारत के साथ- साथ विदेशों मे भी सनातन धर्म के प्रति लोगो की आस्था जुडी है। ऐसे में लगातार कुछ लोगो द्वारा सनातन धर्म पर टिप्पणी करके बदनाम किया जा रहा है। नेता और अभिनेता लोग ‘तनातन’ कहकर सनातन का मजाक उड़ाने वाले फिल्म अभिनेता प्रकाश राज ने एक बार फिर सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि सनातन डेंगू की तरह है और इसका खात्मा होना जरूरी है।
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कंडक्टर हनुमान टोपी पहनेगा, प्रार्थना करेगा कि बस सुरक्षित चले
साउथ अभिनेता प्रकाश राज ने कलबुर्गी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ने कहा कि ‘छुआछूत की मानसिकता अभी भी है। यह सिर्फ इसलिए दूर नहीं हुआ है क्योंकि वहां एक नियम है और यह कानून के खिलाफ है। कर्नाटक में, एक मुस्लिम बस कंडक्टर था जिसने अपनी धार्मिक टोपी पहन रखी थी। एक महिला ने उससे इसे हटाने को बोला, ऐसे बोलने वाले लोग भी होंगे, आस-पास कौन से लोग थे जो ऐसा करते हुए देख रहे थे।
कल एक कंडक्टर इयप्पा माला (धार्मिक माला) पहनेगा तो क्या आप उन्हें एक कंडक्टर के रूप में देखेंगे या उनकी भक्ति के रूप में देखेंगे। एक कंडक्टर भी होगा जो हनुमान टोपी पहनेगा और प्रार्थना करेगा कि बस सुरक्षित रूप से चले। और क्या हर कोई अपने कपड़े उतारकर बैठ सकता है। सभी को अपने धर्म का पालन करना चाहिए। इस देश में सभी को जीवित रहना चाहिए ना , समाज में सभी को रहना चाहिए।
सनातन धर्म से बच्चो को रखे दूर
फिल्म अभिनेता प्रकाश राज ने कहा कि धार्मिक जय श्री राम जुलूस में 18 साल के युवा चाकू और तलवार लेकर चल रहे थे। यह सब देखकर मुझे सचमुच दुख होता है। जब देश के युवा बच्चे पढ़ने लिखने की उम्र में जूलुस में चाकू , तलवार और असलहें लेकर निकलते है। तो देश का विकाश कैसे होगा।
देश की युवा पीढ़ी धर्म के नाम पर बंट रही है। धर्म के नाम पर उनको लड़ाया जा रहा है। युवाओ के हांथ में कलम उठाने जगह बंदूक चाकू और तलवार उठा रहे है। उन्हें रोजगार और सपनों के निर्माण के बारे में सोचना चाहिए। मुझे आश्चर्य है कि किसने उनका इस तरह ब्रेनवॉश किया, उन्होंने कहा 8 साल के बच्चे को धर्म से जोड़ना क्या सनातन नहीं है। यह डेंगू बुखार है जिसका खात्मा जरूरी है। हम किस देश में रह रहे है। बीआर अंबेडकर के कारण अस्पृश्यता अवैध हो गई, लेकिन लोगों में मानसिकता नही की जा रही है।