Farooq Abdullah: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने पहले राम मंदिर निर्माण पर सवाल उछाए थे. उसके बाद अब उन्होंने मथुरा-काशी पर उठाई गई मांगो को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि आप जितने मंदिर चाहें बना लें, आप जितनी मस्जिदें तोड़ना चाहते हैं, तोड़ दें. लेकिन खुदा का रास्ता बंद नहीं होगा. फारूक अब्दुल्ला ने इस दौरान कहा कि संविधान बदल सकता है, लेकिन कुरान नहीं बदल सकती.
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PM मोदी के 400 सीटों के आंकड़े पर क्या बोले पूर्व मुख्यमंत्री?
दरअसल, फारूक अब्दुल्ला ने एक न्यूज चैनल के इंटरव्यू में उनसे जह पीएम मोदी के 400 सीटों के आंकड़े से जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने उस पर कहा कि अगर मेरे पास तिलिस्मी चिराग होता तो मैं कह देता कि साहब ये नंबर आएंगे. लेकिन मेरे पास नहीं हैं. इनके पास सब एजेंसी हैं. लेकिन फाइनल फिगर लोगों के पास है. जब चुनाव हो जाएंगे तब पता चल जाएगा कि किसे कितनी सीटें मिलीं.
कश्मीर से धारा 370 हटने से क्या कुछ हवा बदली है?
इसके बाद उनसे कश्मीर से धारा 370 हटने से हटाने को लेकर सवाल किया गया. फारूक अब्दुल्ला से पूछा गया कि कश्मीर से धारा 370 हटने से क्या कुछ हवा बदली है? तो उन्होंने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अब मैं इस बारे में क्या कहूं. अगर बदला होता, तो यहां चुनाव क्यों नहीं हुए. क्या वजह है कि जब इन्होंने चुनाव के ऐलान किए, लेकिन नहीं हुए. मुझे ये समझ नहीं आता क्यों ये 370 का राग अलाप रहे हैं. इन्होंने इसका मुद्दा बना दिया. कांग्रेस ने इसे पहले ही बहुत छोटा कर दिया था. इसमें कुछ बचा ही नहीं था.
क्या आतंकवाद खत्म हुआ?
भाजपा के कश्मीर की शांति को लेकर दावे पर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि क्या आतंकवाद खत्म हुआ? इतने फौजियों पर हमला हुआ. हमारे सेना के अफसर शहीद हुए. आतंकी हमलों में हमारे पुलिस के जवान और अफसर शहीद हो रहे हैं. कहां हैं वो? ये लोग बात करते रहते हैं. ये सियासी मुद्दा है. इनको लगता है कि इससे लोगों को मूर्ख बनाएंगे. लेकिन कहने दीजिए, मैं इस दावे पर क्या कर सकता हूं.
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