राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस चुनावी तैयारियों में जुटी है। नई वर्किंग कमेटी के 39 सदस्यों की लिस्ट जारी हुई है। जिसमें हरियाणा से चार नेताओं को जगह मिली है।
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस एक्टिव मोड में आ गई है। पार्टी ने फैसला किया है कि प्रदेश चुनाव समिति के 25 सदस्य विभिन्न जिलों में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संभावित प्रत्याशियों के बारे में फीडबैक लेंगे। विधानसभा चुनावों की मद्देनजर गुरुवार का दिन काफी अहम रहा।
एक तरफ बीजेपी ने समय से पहले ही मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी, तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने संगठन में बड़े प्रशासनिक फेरबदल किये। कांग्रेस पार्टी ने अजय राय को उत्तर प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया है। कांग्रेस की तरफ से नई वर्किंग कमेटी के 39 सदस्यों की लिस्ट जारी की गई है। जिसमें हरियाणा के भी कांग्रेस के भी चार नेताओं के नाम शामिल है।
कांग्रेस पार्टी में हुए बड़े बदलाव…
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ये नियुक्तियां की हैं। मध्य प्रदेश में इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में वहां अग्रवाल को कार्यमुक्त कर सुरजेवाला को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सुरजेवाला फिलहाल कर्नाटक के प्रभारी हैं जहां कुछ महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली थी।
राज्य में फिर कांग्रेस की सरकार बनना आवश्यक है…
इन बैठकों में चुनाव अभियान की रणनीति बनाने के साथ ही संभावित प्रत्याशियों के नामों पर मंथन होगा। ब्लाक कांग्रेस कमेटी अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को भेजेगी। उधर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को दौसा और टोंक जिलों का दौरा किया।
पायलट ने दोनों जिलों में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, देश के वर्तमान माहौल को देखते हुए राज्य में फिर कांग्रेस की सरकार बनना आवश्यक है।
मध्य प्रदेश पर फोकस…
रणदीप सुरजेवाला पहले से ही मध्य प्रदेश के सीनियर ऑब्जर्वर हैं। अब उन्हें वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल की जगह, प्रभारी महासचिव भी बनाया गया है। इस साल के आखिर में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सुरजेवाला को जिम्मेदारी देना काफी अहम माना जा रहा है। वैसे, माना जा रहा है कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों को भी ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया है।
अब राजस्थान में भाजपा का डबल इंजन असफल होगा…
उन्होंने कार्यकर्ताओं से आपसी मतभेद छोड़कर पार्टी को जीतवाने के लिए काम करने का आह्ान किया। पायलट ने अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक में कहा, भाजपा का डबल इंजन कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में असफल हो गया है। अब राजस्थान में भाजपा का डबल इंजन असफल होगा। कांग्रेस अपने कामकाज के आधार पर प्रदेश में फिर सरकार बनाएगी।