Vande Bharat Express: सोशल मीडिया पर अक्सर विभिन्न खाद्य पदार्थों में गंदगी मिलने की खबरें वायरल होती रहती हैं, जैसे आइसक्रीम में कानखजूरा, चिप्स में मेंढक, या फ्लाइट के खाने में ब्लेड की घटनाएं. ताजा मामले में वंदे भारत एक्सप्रेस के खाने में कॉकरोच मिलने की घटना सामने आई है, जिसने तेजी से चर्चा का विषय बना दिया है. यह घटना शिरडी से मुंबई की यात्रा करने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) में घटी. एक परिवार ने इस अनुभव को सोशल मीडिया साइट X पर साझा किया. परिवार के सदस्य रिक्की जेसवानी ने X पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि वंदे भारत एक्सप्रेस में परोसी गई दाल में ‘मरा हुआ कॉकरोच’ मिला. जेसवानी की इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर काफी प्रतिक्रिया देखने को मिली.
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X यूजर ने शेयर की तस्वीर
इस घटना को लेकर X यूजर दिव्येश वानखेडकर ने संबंधित तस्वीरें और वीडियो शेयर किए, जिन्हें जेसवानी ने भी रीपोस्ट किया. इन तस्वीरों में IRCTC को टैग किया गया था, जिसमें जेसवानी द्वारा दर्ज की गई शिकायत और दूषित दाल की तस्वीरें शामिल थीं. वीडियो में जेसवानी के बेटे को भारतीय रेलवे के अधिकारी से ट्रेन में परोसे गए खाने की गुणवत्ता पर शिकायत करते हुए देखा गया.
वीडियो में जेसवानी का बेटा कहता है, “मैं दही नहीं खा सका. जब मैं खाना खा रहा था और दाल मेरे मुंह में थी, तो मेरी चाची ने बताया कि उसमें एक कॉकरोच मिला है. मेरे 80 साल के दादा ने भी वही खाना खाया. क्या आप लोग भी यही खाना खाते हैं?”
IRCTC की प्रतिक्रिया
इस मामले पर IRCTC ने वानखेडकर की X पोस्ट का जवाब देते हुए कहा कि सर्विस प्रोवाइडर पर जुर्माना लगाया गया है और उन्होंने कहा कि इस असुविधा के लिए खेद है. IRCTC ने अपने बयान में उल्लेख किया कि यह घटना उनके नियंत्रण से बाहर की थी, और वे इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हैं.
ट्रेन यात्रा में खाद्य सुरक्षा की गंभीरता को उजागर किया
वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) में कॉकरोच मिलने की घटना ने एक बार फिर से ट्रेन यात्रा में खाद्य सुरक्षा की गंभीरता को उजागर किया है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस मामले ने रेलवे की खाद्य सेवा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, और इसके खिलाफ लोगों के गुस्से को दर्शाया है. भारतीय रेलवे और IRCTC को इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि यात्रियों को भविष्य में इस तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े.