बिहार (सुपौल): चंदन भारती
Supaul: सुपौल जिला के राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के सिमराही से है जहां उर्मिला देवी पति परमेश्वर भगत वार्ड 07 ने अपने पति के इलाज करवाने हेतु अपने ही निजी जमीन बिक्री किया था, क्योंकि इलाज के दौरान काफी कर्ज हो गया था। उर्मिला देवी के दो बेटे है, जिसमें कोई भी पति के इलाज में मद्द नहीं किया था। जबकि बड़े बेटे उल्टे माँ के साथ बराबर मारपीट करते रहता था। जिसको लेकर उर्मिला देवी ने अपने बड़े बेटे पर केस भी कर चुकी थी।
छोटे पुत्र ने मां से खरीदी जमीन
उर्मिला ने बताया कि पति के इलाज में काफी रुपए खर्च हो गए थे। घर के हालात ठीक नही थी। महिला के दोनों बेटों में किसी ने भी उसके पति के इलाज मे सहयोग नही किया था। जिसके बाद पीड़िता ने जमीन को अपने ही छोटे बेटे के हांथों बेंच दी थी। इसके बाद उर्मिला देवी के बड़े पुत्र ने आपत्ति दर्ज कराई इसके बाद अंचलाधिकारी ने आपत्तिकर्ता क्रेता और विक्रेता का स्थल जांच करने के बाद सूचना उपरांत अगरतर कर्रवाई करने हेतु भेज दी। जब जमीन क्रेता ने अंचलाधिकारी से जानकारी लेने पहुंचा तो सीओ ने क्रेता और विक्रेता को धमकी दी और बोली हम लैडी हूं ज्यादे बोलोगे तो जेल भेज देंगे।
जमीन क्रेता ने की निष्पक्ष जांच की मांग
जमीन क्रेता का कहना है की हमने सिर्फ यह पूंछा कि आपति की अवधि या तो जिस समय हम जमीन खरीद लिया या दाखिल खारिज के समय और आपत्त्ति का समय सीमा 56 दिनो का लेकिन 78 दिनो के बाद भी कोई फेसल नही मिला। इसी बातों पर सीओ मैड़म भड़क उठी। इसके साथ ही जमीन क्रेता ने बड़े पदाधिकारी से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और ऐसे पदाधिकारियों पर कठोर कर्रवाई हो।