Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तरकाशी स्थित टनल में फंसे 41 मजूदरों ने 17वें दिन बाहर की दुनिया देखी। प्रशासन लगातार 17 दिनों से मजदूरों को बाहर निकालने का प्रयास कर रही थी। जिसके बाद कल जाकर प्रशासन और रेसक्यू टीम को सफलता मिली हैं। सुरंग में फंसे मजदूरों के बाहर निकलने के बाद प्रशासन ने मजदूरों को एक राहत भरी खबर दी हैं। राज्य सरकार ने सभी मजदूरों को मुआवजा देने का ऐलान किया हैं।
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पूरे देश में लोगों ने दुआ मांगी
सुरंग में फंसे मजदूरों के लिए पूरे देश में लोगों ने दुआ मांगी, बहुत सी मिन्नते की। जिसके बाद 17 वें दिन मजदूरों को सुरंग के बाहर सुरक्षित निकाला गया। मजदूरों के बाहर आने के बाद राज्य के सीएम ने एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने सभी मजदूरो को एक-एक लाख की राहत राशि मुहैया कराने की बात कही, इस बड़े ऐलान को सुनकर सभी के चेहरे खुशी से खिल उठे।
सीएम धामी ने कहा: आज का दिन मेरे लिए बड़ी खुशी का दिन
सभी मजदूरों के सुरक्षित बाहर आने के बाद सीएम धामी ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए बड़ी खुशी का दिन है। जितनी प्रसन्नता श्रमिक बंधुओं और उनके परिजनों को है, उतनी ही प्रसन्नता आज मुझे भी हो रही है। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य का मैं हृदय से आभार प्रकट करता हूं। जिन्होंने देवदूत बनकर इस अभियान को सफल बनाया। उन्होंने कहा कि सही मायनों में हमें आज ईगास पर्व की खुशी मिली है। उन्होंने कहा कि भगवान बौख नाग देवता पर हमें विश्वास था। उनका मंदिर भी बनेगा।
41 मजदूर फंस गए थे
आपको बता दे कि 12 नवंबर को सिलक्यारा-बड़कोट सुरंग का हिस्सा ढहने की वजह से उसके अंदर 41 मजदूर फंस गए थे। जिनको बाहर निकालने के लिए युद्धस्तर पर 17 दिनों तक लगातार अभियान जारी रहा। जिसके बाद 17वे दिन बचावकर्मियों को बड़ी सफलता मिली। जिस वक्त सभी मजदूरों को बाहर निकाला जा रहा था, उस वक्त सीएम धामी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भी मौजूद रहे।
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सीएम धामी ने मजदूरों को गले लगाया
जैसे ही सभी मजदूर बाहर निकले वैसे ही सीएम धामी ने मजदूरों को गले लगाया तथा उनसे बातचीत की। साथ ही बचाव कार्य में जुटे लोगों के साहस की भी उन्होंने सराहना की। मजदूरों को बाहर निकाले जाने के बाद सुरंग के बाहर खड़ी एंबुलेंस के जरिए उन्हें सिलक्यारा से 30 किलोमीटर दूर चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाए गए अस्पताल में ले जाया गया।