Champions Trophy 2025: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन स्थल को लेकर सस्पेंस कायम है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अब तक यह पुष्टि नहीं की है कि भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान का दौरा करेगी या नहीं। इस स्थिति ने क्रिकेट जगत को एक बड़े सवाल के सामने खड़ा कर दिया है: क्या भारत की टीम पाकिस्तान में होने वाले इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में भाग लेगी?
जय शाह के ICC चेयरमैन बनने के बाद बदले समीकरण
हाल ही में जय शाह के नए ICC चेयरमैन नियुक्त होने के बाद चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर समीकरण बदले हुए नजर आ रहे हैं। जय शाह के पद ग्रहण करने के बाद पाकिस्तान के क्रिकेट फैंस और खिलाड़ियों को उम्मीद थी कि भारतीय टीम पाकिस्तान आ सकती है। हालांकि, अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, जिससे स्थिति में और भी जटिलता आ गई है।
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बासित अली की मोदी से अपील
इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक महत्वपूर्ण अपील की है। अपने यूट्यूब चैनल पर बासित अली ने कहा कि अब पूरी स्थिति भारत के प्रधानमंत्री के हाथ में है। उन्होंने कहा, “अगर नरेंद्र मोदी हाँ कहते हैं, तो भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान आ सकती है। अगर ऐसा नहीं होता है, तो यह मामला ICC के पास जाएगा और जय शाह के लिए निर्णय लेना मुश्किल हो सकता है।”
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सुरक्षा मुद्दे और हाइब्रिड मॉडल की चर्चा
भारतीय टीम की पाकिस्तान यात्रा को लेकर सुरक्षा के मुद्दे भी चर्चा में हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरक्षा कारणों से भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं जा सकती। इस संदर्भ में, हाइब्रिड मॉडल पर विचार किया जा रहा है, जिसमें भारत के मैच पाकिस्तान के बजाय किसी तीसरे देश में आयोजित किए जा सकते हैं। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने स्पष्ट कर दिया है कि चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हर हाल में पाकिस्तान में ही होगा।
बासित अली का चेतावनी भरा बयान
हाल ही में, बासित अली ने PCB को चेतावनी दी है कि उन्हें पाकिस्तान में खेल रही टीमों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। उनका कहना है कि अगर सुरक्षा में कोई चूक होती है, तो पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी गंवानी पड़ सकती है। यह बयान उस समय आया जब बलूचिस्तान और पेशावर में कुछ जवानों की हत्या की घटनाएँ हुईं, जिससे सुरक्षा को लेकर चिंता और बढ़ गई है।
राजनीतिक और खेल संबंधों में आयी जटिलता
इस पूरे मामले में राजनीति और खेल के बीच की जटिलता साफ देखी जा सकती है। भारत और पाकिस्तान के बीच के राजनीतिक संबंध अक्सर खेल के रिश्तों को प्रभावित करते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग की कमी, संभावित खिलाड़ी सुरक्षा मुद्दे और राजनीतिक दबाव इस खेल आयोजन को और भी पेचीदा बना रहे हैं। यह सारा परिदृश्य दर्शाता है कि चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन न केवल क्रिकेट प्रशंसकों के लिए बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। आने वाले दिनों में इस पर किसी प्रकार का निर्णय लेना दोनों देशों के लिए एक चुनौती साबित हो सकता है।
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