एटा संवाददाता: नंदकुमार
- जिला कारगार ,मेडिकल कालेज और एन, आर, सी का किया निरीक्षण
- विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक,दिए आवश्यक दिशा निर्देश
- एक युद्ध नशे के विरुद्ध,मासूम बच्चों को भिक्षा से शिक्षा की ओर जोड़ने पर दिया जोर
- नशे के व्यापार में बच्चों के धकेल रहे माफियाओं पर सरकार कर रही कठोर कार्यवाही
Etah: उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने एटा जिले का दौरा किया है। इस दौरान उन्होंने एटा जिला कारगार पहुंच कर जेल में निरुद्ध महिलाओं के साथ रह रहे बच्चों से मुलाकात की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रानी अवंतीबाई मेडिकल कालेज का भी निरीक्षण किया। इस दौरान मेडिकल कालेज एम भर्ती मरीजों और तीमारदारों का भी हाल जाना। जनपद भ्रमण के दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर जरूरी दिशा निर्देश भी दिए हैं।
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अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की
उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर देवेंद्र शर्मा जनपद एटा का भ्रमण करने पहुंचे थे। जहां उन्होंने एटा जिला कारागार का निरीक्षण किया। इस दौरान अपनी माताओं के साथ जेल में निरुद्ध बच्चों से उन्होंने बातचीत की और हाल चाल जाना। जनपद भ्रमण के दौरान वह मेडिकल कालेज पहुंचे, जहां उन्होंने भर्ती मरीजों और तीमारदारों से बातचीत की निरीक्षण के दौरान उन्होंने ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को परखा। दवाओं के वितरण की व्यवस्था का निरीक्षण किया। साथ ही अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर जरूरी दिशा निर्देश भी दिए हैं।
मासूम बच्चों को भिक्षा से शिक्षा की ओर जोड़ने पर जोर दिया
जनपद भ्रमण करने पहुंचे उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर देवेंद्र शर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया की उनका एटा आने का उद्देश बहुत ही महत्त्वपूर्ण था।शासन द्वारा बाल हितों के लिए संचालित योजनाएं धरातल पर दिख रहीं है या नहीं इसीलिए निरीक्षण किया गया है।प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा की नारकोटिक्स विभाग बाल अधिकार संरक्षण विभाग द्वारा ज्वाइंट आपरेशन चलाकर नशे के विरुद्ध अभियान प्रदेश भर में चलाया जा रहा है ।उन्होंने कहा की हमारी लड़ाई उन लोगों से है जो मानसिक रूप से विकृत है नशे का कारोबार करते हैं और धन कमाने की लालसा से बच्चों का उपयोग करते है।
शराब की दुकानों में कैमरे लगाने के निर्देश दिए
चाहें चाइल्ड ट्रेफिकिंग का मामला हो, चाहें नशे का मामला हो, चाहें भिक्षावृत्ति का मामला हो। इन सभी मामलों के लिए हमने जरूरी गाइडलाइन जारी की है। साथ ही स्कूलों और और शराब की दुकानों में कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं। नशे की लत खोरी से बचाने के लिए नारकोटिक्स विभाग द्वारा दवाएं भी बालकों को दी जा रही हैं। साथ ही बच्चों को नशे के कारोबार में धकेलने बालों के विरुद्ध भी कड़ी कार्यवाही की जा रही है। गोष्ठी का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी नशे के माफियाओं के विरुद्ध कठोर कार्यवाही किए जाने का निर्देश दिया है। जिसका असर प्रदेश भर में दिखाई दे रहा है। करोड़ों रुपए के ड्रग्स पकड़े जा चुके हैं। समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को संचालित महत्त्वाकांक्षी योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ देने के भी दिशा निर्देश दिए गए हैं। बाल श्रम पर रोक लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
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