CCD Stock: कैफे कॉफी डे (CCD) की मालिक कंपनी, Coffee Day Enterprises (CDEL) के शेयरों में भारी उछाल देखने को मिला। यह उछाल तब आया जब नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्राइब्यूनल (NCLAT) ने कंपनी के खिलाफ चल रही दिवाला प्रक्रिया (Insolvency Proceedings) को रद्द करने का फैसला लिया। इसके बाद CDEL के शेयरों में 20 फीसदी का अपर सर्किट लग गया। बीएसई और NSE पर कंपनी के शेयर क्रमशः ₹25.65 और ₹25.53 तक पहुंच गए, जो कि 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर है।
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कैसे कंपनी के शेयरों में हुआ यह उछाल ?

हालांकि संवेदी सूचकांक (Sensex) और निफ्टी (Nifty) इस समय लाल निशान में थे, लेकिन इसके बावजूद Coffee Day Enterprises ने शानदार प्रदर्शन किया। BSE सेंसेक्स 360.20 अंक गिरकर 72,837.90 पर और NSE निफ्टी 103.05 अंक गिरकर 22,021.65 पर कारोबार कर रहा था। ऐसे समय में कंपनी के शेयरों में इतनी भारी बढ़ोतरी से निवेशक हैरान हैं।
NCLAT का फैसला और CDEL के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया की कहानी
गुरुवार को NCLAT की चेन्नई पीठ ने बेंगलुरु NCLT के उस आदेश को रद्द कर दिया था, जिसके तहत CDEL के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू की गई थी। हालांकि, इस फैसले का विस्तृत आदेश अब तक जारी नहीं हुआ है। CDEL ने दिवाला प्रक्रिया के खिलाफ NCLAT में अपील की थी और अब NCLAT ने कंपनी के पक्ष में फैसला सुनाया है। इससे कंपनी को एक बड़ी राहत मिली है, खासकर जब से वह वित्तीय संकट से जूझ रही थी।
कंपनी के वित्तीय संकट और सिद्धार्थ की दुखद मौत के बाद की स्थिति

CDEL, जो कैफे कॉफी डे चेन की पैरेंट कंपनी है, पिछले कुछ सालों से गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही थी। यह कंपनी रिजॉर्ट्स, कंसल्टेंसी सर्विसेज और कॉफी बीन्स के व्यापार में भी लगी हुई थी, लेकिन 2019 में कंपनी के फाउंडर वीजी सिद्धार्थ की दुखद मौत के बाद कंपनी की वित्तीय स्थिति और भी खराब हो गई।
दिवाला प्रक्रिया और कंपनी के कर्ज का मामला
अगस्त 2023 में, बेंगलुरु NCLT ने IDBI ट्रस्टीशिप सर्विसेज लिमिटेड (IDBITSL) द्वारा दायर याचिका को स्वीकार किया था, जिसमें ₹228.45 करोड़ के कर्ज में डिफॉल्ट का दावा किया गया था। इसके बाद NCLT ने एक अंतरिम समाधान पेशेवर (IRP) नियुक्त किया था, जो कंपनी के संचालन को अपने हाथ में ले चुका था। हालांकि, CDEL के निलंबित बोर्ड ने इस फैसले को NCLAT में चुनौती दी और दिवाला प्रक्रिया पर रोक लगवाई।
सुप्रीम कोर्ट और NCLAT के फैसले के बीच का सफर

31 जनवरी 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि अगर NCLAT 21 फरवरी 2025 तक CDEL की अपील पर फैसला नहीं करता, तो NCLAT द्वारा दी गई स्टे ऑटोमैटिकली खत्म हो जाएगी। NCLAT ने सुनवाई तो पूरी की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट की तय समयसीमा में आदेश नहीं दे पाया। इसके परिणामस्वरूप, दिवाला प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई थी। अब, NCLAT के ताजे फैसले ने दिवाला प्रक्रिया को रद्द कर दिया है, जिससे कंपनी को एक राहत मिली है और बाजार में भी सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी जा रही है।
कंपनी की स्थिति और भविष्य की उम्मीदें
फाउंडर सिद्धार्थ की दुखद मौत के बाद CDEL ने अपने कई एसेट्स बेचकर कर्ज चुकाने की कोशिश की। हालांकि, अभी भी कंपनी को पूरी तरह से उबरने में समय लगेगा। इस फैसले के बाद, कंपनी के लिए संभावनाएं बढ़ी हैं, लेकिन आने वाले समय में कंपनी को और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता होगी। Coffee Day Enterprises के लिए NCLAT का यह फैसला एक बड़ी राहत लेकर आया है और कंपनी के शेयरों में जबरदस्त उछाल आया है। हालांकि, कंपनी को पूरी तरह से उबरने में समय लगेगा, यह फैसला निश्चित रूप से कंपनी के भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत है।
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