उ0प्र0(लखनऊ): संवाददाता- मोहम्मद कलीम
- पत्नी अपनी मां और अन्य के साथ मिलकर करती थी प्रताड़ित
लखनऊ। राजेन्द्रनगर में ई-रिक्शा चालक की खुदकुशी के मामले में परिजनों ने पत्नी समेत छह लोगों के खिलाफ नाका थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि ई-रिक्शा चालक की पत्नी अपनी मां और अन्य के साथ मिलकर प्रताडि़त करती थी। बच्चों से भी नहीं मिलने देती थी, उल्टे आलमबाग थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया था।
मां ने आत्महत्या को उकसाने का लगाया आरोप
नाका के राजेन्द्रनगर निवासी राजेश जायसवाल (45) ने शनिवार को फांसी लगाकर जान दे दी थी। मां पार्वती के मुताबिक राजेश के पास से मिले मोबाइल फोन में उसने फांसी लगाने के पहले एक वीडियो बनाया था। जिसमें अपनी पत्नी पिंकी पर सास शीला देवी, दोनों साले भाभी व छाबड़ा नाम के व्यक्ति के साथ मिलकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। पिंकी दोनों बच्चों को लेकर दो साल से आलमबाग स्थित अपने मायके में रह रही थी।
मृतक पर आलमबाग थानें मे फर्जी मुकदमा हुआ था दर्ज
वह राजेश को बच्चों से भी नहीं मिलने देती थी। कुछ समय पहले पिंकी ने छाबड़ा के कहने पर राजेश के नाम आलमबाग थाने में फर्जी मुकदमा भी दर्ज करवा दिया था। प्रताडऩा से तंग आकर राजेश ने यह कदम उठाया है। इंस्पेक्टर नाका तेज बहादुर सिंह के मुताबिक पार्वती की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
मृतक का पत्नी से चल रहा था विवाद
राजेन्द्रनगर निवासी संतोष के मुताबिक छोटे भाई राजेश जायसवाल का पत्नी पिंकी से दो वर्ष से विवाद चल रहा था। पिंकी तब से दोनों बच्चों काजल (16) व कुनाल (12) को लेकर आलमबाग के भिलावा स्थित मायके में रह रही हैं। पिंकी ने कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दी थी। दो माह पहले केस खारिज हो गया था। कुछ समय से वह आलमबाग कोतवाली में अक्सर राजेश के खिलाफ शिकायत करती थी। आलमबाग पुलिस बार-बार उसे पूछताछ के लिए थाने बुलाकर परेशान करती थी।
राजेन्द्रनगर स्थित घर में ई-रिक्शा चालक राजेश जायसवाल (45) ने बीते दिनों फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उसका शव पंखे के कुंडे से लटका मिला। बताया जा रहा है कि आलमबाग पुलिस की पूछताछ से तंग आकर ई-रिक्शा चालक ने यह कदम उठाया है। मौके पर नाका पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।