Gonda संवाददाता : मुजीब आलम
Gonda : केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार जहां महिला उत्पीड़न और तीन तलाक पर लगाम लगाने के कानून बनाया और फरमान जारी किया जिससे महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न और तीन तलाक पर लगाम लग सके उसके बाद भी तीन तलाक के मामले थमने का नाम नहीं ले रहा। खबर यूपी के गोंडा जिले के थाना नवाबगंज से है। जहां एक बार फिर तीन का मामला देखने को मिला है। आपको बता दे वर्ष 2019 में मुस्लिम रीति रिवाज के साथ महिला की शादी हुई थी।
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शादी के कुछ दिन बाद ससुरालजनों द्वारा दहेज की मांग को लेकर लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। वहीं इस पूरे प्रकरण में जब पीड़ित महिला ने थाने में तहरीर दी तो दहेज प्रथा का मामला भी दर्ज किया गया था वहीं दहेज प्रथा के मामले को लेकर आरोपी पति लगातार पत्नी पर दबाव के साथ मारपीट करता रहा और उसके बाद मौखिक तलाक तलाक तलाक कहकर पत्नी और मासूम बच्ची को घर से बेघर कर दिया।
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मासूम बच्ची के साथ घर से भगा दिया..
2 वहीं पिछले कई दिनों से पीडित थाने का चक्कर लगा रही थी लेकिन स्थानीय पुलिस ने तीन तलाक के मामले को दर्ज नहीं किया उसके बाद पीड़िता एसपी कार्यालय पहुंचकर एसपी से न्याय की गुहार लगाई वह सपा के आदेश पर तीन तलाक के मामले दर्ज किए गए।अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज का कहना है कि बेटी पैदा होने से पहले ही लगातार प्रताड़ित करते रहते थे , और बेटी पैदा होने के बाद उसे तीन तलाक देकर घर से बेघर कर दिए और मेरे द्वारा थाना प्रभारी को कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं,
लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि जिस तरीके से पीड़िता को शादी के बाद लगातार दहेज की मांग की जा रही थी और उसके बाद पत्नी को तीन तलाक देकर मासूम बच्ची के साथ घर से भगा दिया क्या ऐसे आरोपी पति पर कार्यवाही होगी या पूरे मामले को दबाकर रख दिया जा जाएगा यह दिखाने वाली बात होगी।