Assembly By-Polls: चुनाव आयोग ने केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव की तारीखों में बदलाव करते हुए अब इसे 13 नवंबर के बजाय 20 नवंबर कर दिया है। यह फैसला त्योहारों की वजह से लिया गया है, ताकि मतदान प्रक्रिया पर किसी प्रकार का असर न पड़े। आयोग ने यह निर्णय कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य कई दलों के आग्रह के बाद लिया है। इन दलों का कहना था कि त्योहारों के कारण मतदाता कम संख्या में मतदान कर सकते हैं, जिसे देखते हुए तारीख बदलने का अनुरोध किया गया था।
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दलों के अनुरोध पर किया बदलाव
कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय दलों के अनुरोध पर और कम मतदान की संभावना को खत्म करने के लिए चुनाव आयोग ने यह निर्णय लिया है। तीन राज्यों, केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव अब 13 नवंबर के बजाय 20 नवंबर को होंगे।
त्योहारों के कारण मतदान में कम भागीदारी की थी संभावना
त्योहारों के दौरान लोग घर से बाहर जाते हैं या पूजा-पाठ में व्यस्त रहते हैं, जिससे उपचुनाव के दिन मतदान में भागीदारी कम हो सकती थी। खासकर उत्तर प्रदेश में कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व का बड़ा धार्मिक महत्व है, जो 15 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन लोग गंगा स्नान करने और पूजा में भाग लेने के लिए आसपास के धार्मिक स्थलों पर जाते हैं। भाजपा के साथ अन्य कई दलों ने आशंका जताई कि इस अवसर पर मतदाता मतदान से वंचित रह सकते हैं।
बीजेपी ने भी की थी तारीख बदलने की मांग
उत्तर प्रदेश भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मांग की थी कि 13 नवंबर की बजाय 20 नवंबर को मतदान किया जाए। पत्र में कहा गया कि कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व के चलते प्रदेश के कई क्षेत्रों जैसे कुंदरकी, मीरापुर, गाजियाबाद और प्रयागराज में मेला और धार्मिक आयोजन होते हैं। इससे कई मतदाता मतदान के दिन उपलब्ध नहीं रहेंगे और मतदान प्रतिशत पर असर पड़ सकता है। आयोग ने इस मांग को गंभीरता से लिया और सभी मतदाताओं को मतदान का अवसर देने के उद्देश्य से तारीख में बदलाव करने का निर्णय किया।
चुनाव आयोग का उद्देश्य: शत-प्रतिशत हो मतदान
चुनाव आयोग का मानना है कि हर मतदाता को मतदान का अधिकार सुनिश्चित करना चाहिए। इसीलिए आयोग ने त्योहारों के कारण संभावित कम मतदान को ध्यान में रखते हुए यह बदलाव किया। अब उपचुनाव की नई तारीख 20 नवंबर तय की गई है, जिससे सभी लोग अपने धर्म और परंपराओं को निभाने के बाद बिना किसी असुविधा के मतदान में भाग ले सकें।
किन सीटों पर होगा उपचुनाव?
उत्तर प्रदेश की कई सीटों पर यह उपचुनाव होना है। इन सीटों में कार्तिक पूर्णिमा के मेले और पूजा आयोजनों की वजह से बड़ी संख्या में लोगों के मतदान से वंचित रहने की संभावना जताई गई थी। अब नई तारीख से सभी राजनीतिक दलों को राहत मिली है, क्योंकि इसे लेकर चिंताएं बढ़ रही थीं कि बडी संख्या में मतदाता अपनी धार्मिक गतिविधियों के कारण मतदान में शामिल नहीं हो पाएंगे।
राजनीतिक दलों ने किया निर्णय का स्वागत
चुनाव आयोग के इस फैसले का कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य दलों ने स्वागत किया है। सभी दलों का मानना है कि इस तरह का बदलाव न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करेगा, बल्कि यह सभी को मतदान के अधिकार का पूरा मौका देगा। उपचुनाव की तारीख बदलने का फैसला चुनाव प्रक्रिया को प्रभावी और निष्पक्ष बनाने में सहायक साबित होगा। अब उपचुनाव का माहौल और भी गर्म होता दिखाई देगा, क्योंकि सभी राजनीतिक दल एक हफ्ते की अतिरिक्त तैयारियों का फायदा उठाकर अपने प्रत्याशियों के समर्थन में पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार हैं।