Uttarakhand Accident: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र में सोमवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। एक यात्री बस, जिसमें 40 से अधिक लोग सवार थे, 100 मीटर गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 20 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रामनगर अस्पताल में उपचार के दौरान दो अन्य गंभीर घायलों ने भी दम तोड़ दिया। यह दुर्घटना गढ़वाल मोटर्स ऑनर्स यूनियन लिमिटेड (जीएमओयू) की बस से हुई, जिसका नंबर UK12 PA 0061 है। बस पौड़ी जिले के गोलिखाल से यात्रियों को लेकर रामनगर जा रही थी। सल्ट के कुपी क्षेत्र में पहुंचते ही चालक का बस पर से नियंत्रण हट गया, और बस गहरी खाई में जा गिरी। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई, जिसे सुनकर आसपास के लोग भी तुरंत घटनास्थल की ओर भागे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया दुख
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा जिले के मारचूला क्षेत्र में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए हैं। घायलों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए भेजने का प्रयास किया जा रहा है। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को आवश्यकता पड़ने पर एयरलिफ्ट करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी

जैसे ही हादसे की सूचना प्रशासन को मिली, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई। बचाव कार्य में तेजी लाई गई, और घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। हादसे का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि बस के गिरने की भयावहता किस हद तक थी। घटनास्थल पर एक छोटी नदी भी बह रही है, जो राहत कार्य में कठिनाई पैदा कर रही है।
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स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में जुटे
इस घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग भी सहायता के लिए आगे आए और घायलों को बाहर निकालने में प्रशासन का सहयोग किया। रामनगर अस्पताल में घायलों की स्थिति देखने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और सांसद अनिल बलूनी के भी पहुंचने की खबर है। हादसे में घायल हुए यात्रियों का उपचार जारी है और डॉक्टरों का कहना है कि कई लोग गंभीर स्थिति में हैं।
यात्रियों की मदद में जुटी एसडीआरएफ
एसडीआरएफ की टीम ने घायलों को सुरक्षित बाहर निकालने और उन्हें चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए तेजी से काम किया। राहत कार्यों में स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और ग्रामीण भी सहायता कर रहे हैं। बस के अनियंत्रित होकर गिरने से यह हादसा हुआ, जिससे यात्रियों की जान खतरे में आ गई। मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों की निगरानी करने और पीड़ित परिवारों को सहायता पहुंचाने का आश्वासन दिया है।