पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने जांच की। आगरा की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने नशे के सिंडिकेट से जुड़े एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। बता दे कि ट्रक में 128 बोरे जिसमें तकरीबन 2 हजार 375 किलोग्राम डोडा पाउडर मिला।
UP News: यूपी में भी नशा कारोबारियों पर नकेल कसने की पूरी तैयारी है। महाराष्ट्र की तर्ज पर CM योगी आदित्यनाथ ने अब उत्तर प्रदेश भी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का गठन कर दिया है। जानकारी के अनुसार आगरा एंटी नार्कोटिक्स टीम ने मथुरा के माठ थाना क्षेत्र से नशे के अंतराष्ट्रीय सिंडिकेट से जुड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। एंटी नार्कोटिक्स टीम ने कार्रवाई करते हुए करोड़ों की चरस सहित तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि नशे की तस्करी कर रहे यह तस्कर बेहद शातिराना अंदाज में अपने काम को अंजाम दिया करते थे। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर लग्जरी कार टाटा सफारी के मडगार्ड में छुपाए गए करीब 50 किलो की चरस को बरामद किया है। पुलिस के अनुसार बरामद की गई चरस की कीमत 3 करोड़ आंकी गई है। फिलहाल पुलिस ने करोड़ों की चरस के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया है।
माफिया गिरोहों के खिलाफ कर सकेंगे कार्रवाई…
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) को मादक पदार्थों के कारोबार में लिप्त अपराधियों, माफियाओं और गिरोहों के विरुद्ध कार्रवाई में Search, Seizure, गिरफ्तारी और विवेचना करने की समस्त शक्तियों प्राप्त होंगी। वह अपने कार्यक्षेत्र में किसी भी थाने में अपराधियों के विरुद्ध एफआईआर पंजीकृत कराते हुए विवेचना स्वयं ग्रहण कर सकेंगे। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को पूरे उत्तर प्रदेश में तीन रीजन West, Central व East में विभाजित किया गया है।
सरकार ने तय कि एएनटीएफ का ढांचा…
एएनटीएफ पूरे प्रदेश में कार्रवाई कर सकेगी। इसके लिए प्रदेश को तीन हिस्सों पूर्व, पश्चिम और मध्य क्षेत्र के रूप में बांटा गया है। प्रत्येक क्षेत्र की जिम्मेदारी एक डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी को दी गई है। तीनों क्षेत्रों में सरकार ने पीपीएस अधिकारियों की तैनाती के साथ ही उन्हें तत्काल एक्शन शुरू करने के निर्देश दिए है. उधर, सरकार के आदेश के साथ ही एएनटीएफ ने सबसे पहले मादक पदार्थों खासतौर पर अवैध शराब की मांग कम करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। इसके लिए संबिधत एजेंसियों के साथ समन्वय बनाया जा रहा है।
सिंडिकेट बनाकर करते थे तस्करी…
पुलिस ने बताया कि यह तस्कर सिंडिकेट बनाकर नेपाल से लाई गई चरस की सप्लाई बिहार, उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक करते थे। पुलिस पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वह सभी नेपाल के नशे के सिंडिकेट से जुड़े हुए हैं और नेपाल से तस्कर उन्हें बिहार के चंपारण में नशे की सप्लाई करता था। जिसके बाद वह चरस को छुपाकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार समेत पंजाब तक सप्लाई करते थे।
सात दिन, 16 सौ मुकदमे, 35 करोड़ की संपत्ति जब्त…
पुलिस ने एक सप्ताह तक चले अभियान में 1649 मुकदमों में 1773 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है. इसमें 2080 आरोपियों को चिह्नित किया गया है। साथ ही 26 करोड़ 71 लाख 22 हजार 355 रुपए की अवैध शराब, ड्रग्स और मादक पदार्थ बरामद किया है। गैंगेस्टर एक्ट में 261 आरोपियों के खिलाफ 82 मुकदमो में 34 करोड़ 77 लाख 14 हजार 176 रुपए की सम्पत्ति जब्त की गई है। इसके अलावा कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर 166 मामलों में सजा कराई है। शराब के अवैध कारोबारियों पर साढ़े सात हजार मुकदमे।