Gorakhpur: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व सरकार बार-बार यह साबित कर रही है कि जिसका शिलान्यास होगा, उसका उद्घाटन भी होगा. सभी परियोजनाओं के पूरा होने की गारंटी ही मोदी जी की गारंटी है. अपनी बात को और स्पष्ट करने के लिए उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश की चार प्रमुख परियोजनाओं का भी उल्लेख किया. वित्त मंत्री ने बताया कि गोरखपुर के खाद कारखाना और एम्स का शिलान्यास जुलाई 2016 में किया गया और दिसम्बर 2021 में इन सभी का लोकार्पण भी हुआ. गोरखपुर में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के रीजनल सेंटर का 2018 में शिलान्यास हुआ तो दिसंबर 2021 में उद्घाटन भी हुआ।
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सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.77 प्रतिशत बढ़ा है”
गोरखपुर के सिविल लाइंस स्थित आयकर विभाग के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 1978 से लंबित सरयू नहर परियोजना का उद्घाटन दिसंबर 2021 में पीएम मोदी ने किया. यह परियोजना पूर्वी उत्तर प्रदेश के 9 जनपदों के 6200 गांवों में रहने वाले 29 लाख किसानों को सिंचाई की सुविधा दे रही है. इस परियोजना के शुरू हो जाने से 14 लाख हैक्टेयर भूमि का सिंचन आसान हुआ है. वित्त मंत्री ने आयकर विभाग की उपलब्धियां पर चर्चा करते हुए कहा कि सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.77 प्रतिशत बढ़ा है।
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” भारत तेजी के साथ आगे बढ़ती नई अर्थव्यवस्था है”
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत तेजी के साथ आगे बढ़ती नई अर्थव्यवस्था है. आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में हम देश पर 200 वर्ष शासन करने वाले ब्रिटेन को पीछे छोड़कर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. देश के साथ ही उत्तर प्रदेश ने भी अपनी अर्थव्यवस्था को तेजी से आगे बढ़ाया है ।
पिछले सात सालों में उत्तर प्रदेश में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हो गई है. उत्तर प्रदेश में सबसे अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है. यहां का सीडी रेशियो 45 प्रतिशत से बढ़कर 60 प्रतिशत के करीब पहुंच गया है. अगले वित्तीय वर्ष में इसे 65 प्रतिशत करने का लक्ष्य है. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में इनकम टैक्स रिटर्न भरने वालों की संख्या भी बढ़ी है. वर्ष 2014 में जहां एक लाख 45 हजार लोग इनकम टैक्स रिटर्न भरते थे, आज वह संख्या 12 लाख पर पहुंच चुकी है।