Amravati Central Jail Explosion: महाराष्ट्र के अमरावती सेंट्रल जेल (Amravati Central Jail) में शनिवार की रात लगभग 8:30 बजे जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी. इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. जैसे ही घटना की जानकारी मिली, अमरावती के पुलिस कमिश्नर (Amravati Police Commissioner) , डीसीपी और बम निरोधक दस्ते के साथ पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए और जांच शुरू की. बताया जा रहा है कि धमाके बैरक नंबर छह और सात के बाहर देसी बम से हुए. इस घटना के बाद जेल परिसर में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही जेल के अधिकारी और अमरावती के पुलिस आयुक्त नवीन चंद्र रेड्डी के साथ डीसीपी और बम निरोधक दस्ता घटनास्थल पर पहुंचे.
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फॉरेंसिक टीम की जांच
आपको बता दे कि घटना की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी तुरंत बुलाया गया है. पुलिस आयुक्त नवीन चंद्र रेड्डी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि किसी बॉल के माध्यम से पटाखा या बम पड़ोस के हाईवे की पुलिया के ऊपर से फेंका गया था. फेंकने वाला शख्स कौन है और इसके पीछे का कारण क्या है, इसकी जांच जारी है.जांच सामने आने के बाद ही इस हमले के बारे में पता चल पाएगा.
प्लास्टिक की गेंद में पटाखे
इसी कड़ी में आगे नवीनचंद्र रेड्डी (Naveenchandra Reddy) ने यह भी बताया कि पहले जिस तरह गेंद में गांजा पाया जाता था, उसी तरह जिला जेल में प्लास्टिक की गेंद के आकार की बम जैसी वस्तु मिलने की खबर है. जेल के अंदर प्लास्टिक की गेंद में दो पटाखे जैसी वस्तुएं फेंकी गई थीं, जिनमें से एक पटाखा देर रात फूटा था.
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जांच की प्रक्रिया
पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि अमरावती सेंट्रल जेल (Amravati Police Commissioner) के अंदर बम जैसी वस्तु फेंकने के पीछे आखिर क्या वजह है. इसके लिए पुलिस अधिकारी भी जांच में जुटे हुए हैं. विस्फोटक के लिए किस चीज का इस्तेमाल किया गया, यह जानने के लिए फॉरेंसिक टीम भी जांच कर रही है. अब जांच के बाद ही तय हो पाएगा कि विस्फोटक फेंकने वाले ने किस मटेरियल का इस्तेमाल किया है.
सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
इस घटना के बाद जेल प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. पुलिस और जेल प्रशासन दोनों मिलकर इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं. अब देखना यह है कि इस घटना के पीछे कौन से तत्व शामिल हैं और उनका उद्देश्य क्या था.
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