असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी का विवादों से पुराना नाता रहा है। बता दे कि अकबरुद्दीन अक्सर आपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते है। अभी हाक ही में वो चुनाव के दौरान दिए बयाम को लेकर चर्चा में है।
Telangana: कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के बीच तेलंगाना में चुनाव प्रचार के दौरान हुई तकरार अब खत्म होती दिख रही है। बता दे कि कांग्रेस सरकार ने शनिवार को विधानसभा की कार्यवाही संचालित करन के लिए अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त कर दिया है। नवनिर्वाचित सभी विधायक कल शपथ लेंगे। वहीं, भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने कहा कि उसके विधायक ओवैसी के सामने शपथ नहीं लेंगे और समारोह का बहिष्कार करेंगे।
विवादों से रहा है पुराना नाता…
अकबरुद्दीन ओवैसी का विवादों से पुराना नाता रहा है। इस विधानसभा चुनाव में भी वह पुलिस अधिकारी को चुनाव प्रचार के दौरान धमकाते दिखे थे। इसके बाद उन्हें नोटिस भी जारी हुआ था. इसी चुनाव में एक जनसभा में अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि चाहे रेड्डी हो या बाबू हो या राव हो, हमे सब से काम करवाने का जादू आता है। जब अकबर ओवैसी बोलते हैं तो जैसा सपेरा बीन बजे तो सब नाचने लगते हैं। अकबर असेंबली में खड़ा हो जाता है तो अच्छे-अच्छे की बोलती बंद हो जाती है।
बीजेपी विधायक ने जताई आपत्ति…
बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने को लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस ने ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाया है और हर विधायक अकबरुद्दीन के सामने शपथ लेगा, लेकिन मैं, राजा सिंह जब तक जीवित हूं शपथ नहीं लूंगा। 2018 में भी AIMIM के एक विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया था, उस समय भी मैंने शपथ नहीं ली थी। अब मैं सीएम रेवंत रेड्डी से सवाल करता हूं कि क्या आप बीआरएस की तरह काम करना चाहते हैं।
Read more: दिल्ली के पॉश इलाके में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 2 शार्प शूटर एनकाउंटर में ढेर…
कांग्रेस ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव में 64 सीटें जीतीं…
तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को वोटिंग हुई थी, रिजल्ट 3 दिसंबर को आया। इसमें कांग्रेस ने 64 सीटें जीतीं। सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) को 39 सीटें मिलीं। भाजपा को 8, AIMIM को 7 और एक सीट CPI के खाते में गई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और कर्नाटक के डिप्टी CM डीके शिवकुमार ने 3 दिसंबर की रात राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
बीजेपी के 8 विधायक…
119 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के आठ सदस्य हैं। 30 नवंबर के चुनाव में कांग्रेस ने 64 सीटें जीतकर बीआरएस से सत्ता छीन ली। गद्दाम प्रसाद कुमार के अध्यक्ष बनने की घोषणा पहले ही हो चुकी है। एक दलित नेता, कुमार विकाराबाद (एससी) सीट से चुने गए थे।