Bihar Politics: पूर्व मंत्री श्याम रजक ने रविवार को पटना में एक मिलन समारोह के दौरान जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) में फिर से शामिल हो गए। इस समारोह में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, मंत्री विजय चौधरी, और बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत पार्टी के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। श्याम रजक ने इस मौके पर राजद पर सीधा हमला बोला और जदयू में शामिल होने की अपनी वजह भी बताई। श्याम रजक ने कुछ हफ्ते पहले ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से इस्तीफा दिया था और अब उन्होंने नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में वापसी की है।
2020 में रजक को राज्य मंत्रिमंडल और जदयू से निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन अब उन्होंने पार्टी में फिर से प्रवेश किया। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि रजक के जदयू में शामिल होने से पार्टी को जमीनी स्तर पर समर्थन मिलेगा, खासकर बिहार के महादलित समुदाय में, जिनके लिए नीतीश कुमार ने विशेष ध्यान दिया है।
राजद में अपमानित महसूस होने की बात स्वीकार की
रजक ने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि वह भावनाओं में बहकर राजद में शामिल हुए थे, लेकिन वहां उन्हें अपमानित महसूस हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद ने उनकी उपेक्षा की और उन्हें निराश किया। रजक ने कहा, “राजद ने आरोप लगाया कि मैं केवल सत्ता के लिए जदयू में शामिल हुआ हूं, लेकिन सच तो यह है कि मैंने मंत्री पद छोड़कर राजद में शामिल हुआ था।”
विकास कार्यों में बाधा डालने का आरोप
रजक ने यह भी कहा कि राजद के नेताओं ने नीतीश कुमार के विकास कार्यों में बाधा डालने का काम किया। उन्होंने राजद पर आरोप लगाया कि वहां समाजवाद का नारा अब परिवारवाद और भ्रष्टाचार में बदल गया है। रजक ने कहा, “मैं घुटन और अपमानित महसूस कर रहा था। मेरा सौभाग्य है कि मैंने नीतीश कुमार के साथ काम किया, जबकि राजद में मेरे प्रयासों का कोई सम्मान नहीं किया गया।”
Read more: KC Tyagi: जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से इस्तीफे को लेकर खुद बताई असली वजह, पार्टी के भीतर असंतोष
जदयू में वापसी की वजह स्पष्ट की
श्याम रजक ने बताया कि उन्होंने जदयू में वापसी का फैसला इसलिए किया क्योंकि वह महसूस करते हैं कि नीतीश कुमार बिहार की तस्वीर बदलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजद में उनकी भागीदारी से केवल परिवारवाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला, और उनके प्रयासों की कोई सराहना नहीं की गई। रजक ने कहा कि जदयू में लौटकर वह महादलित और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए बेहतर काम कर पाएंगे।
Read more: Bomb Threat: उड़ान के दौरान बम की धमकी से मचा हड़कंप, इंडिगो फ्लाइट को नागपुर में उतारा गया
राजद और जदयू के बीच राजनीतिक दांव-पेंच
श्याम रजक की जदयू में वापसी ने बिहार की राजनीतिक सूरत में एक नई हलचल पैदा कर दी है। यह घटनाक्रम राजद और जदयू के बीच की राजनीतिक बिसात को और अधिक दिलचस्प बना देता है। रजक की वापसी ने यह भी साफ कर दिया है कि बिहार की राजनीति में कभी भी कोई स्थिरता नहीं होती और नेताओं के दल बदलने से हमेशा नई रणनीतियों का जन्म होता है।