Rajasthan: राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में शामिल आरोपी शूटरों को चडीगढ़ से गिरफ्तार करके पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की राजस्थान की राजधानी जयपुर में शूटरों ने घर से घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी.इस मामले में राजस्थान और दिल्ली पुलिस ने मिलकर गोली मारने के 2 आरोपियों रोहित राठौड़ और नितिन फौजी को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया है.इन दोनों आरोपियों के अलावा पुलिस ने एक अन्य सहयोगी उधम सिंह को भी गिरफ्तार किया है जिसके बारे में बताया जा रहा है कि, इसने आरोपियों को पुलिस से बचकर भागने में मदद की थी।
फर्जी आईडी की मदद से होटल में ठहरे…
आपको बता दें कि,गोगामेड़ी की हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी नितिन फौजी और रोहित राठौड़ ने पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए 4 दिनों में 4 राज्यों की यात्रा की.इस दौरान दोनों आरोपियों ने फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है इन दोनों को फर्जी आईडी दिलाने में भी किसका हाथ है.चंडीगढ़ के जिस होटल में ये दोनों आरोपी ठहरे थे उस होटल में भी इन्होंने फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया था।
रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी में हुए थे कैद…
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त(क्राइम) रवींद्र यादव ने गोगामेड़ी की हत्या को लेकर बताया कि,जयपुर में 5 दिसबंर को गोगामेड़ी की हत्या के पुलिस अधिकारियों की ओर से शूटरों पर नजर रखी जा रही थी.जयपुर से रोहित राठौड़ और नितिन फौजी एक टैक्सी की मदद से डीडवाना भाग गए थे यहां से उन्होंने फिर दिल्ली जाने के लिए बस में सफर किया और दोनों हरियाणा के धारूहेड़ा में उतरे और वहां एक ऑटो रिक्शा कर रेवाड़ी रेलवे स्टेशन पहुंचे जहां से हिसार के लिए दोनों ट्रेन में सवार हो गए.इस दौरान दोनों हिसार रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गए थे.जहां दोनों की मुलाकात उधम सिंह से हुई थी इसने ही दोनों को पुलिस से छिपने में मदद की थी।
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उधम सिंह ने की दोनों को भागने में मदद…
पुलिस का कहना है कि,4 साल पहले भारतीय सेना के प्रशिक्षण के बाद एक सेंटर में उधम सिंह की मुलाकात नितिन फौजी से हुई थी जहां से दोनों का परिचय हुआ.उधम सिंह की मदद से दोनों शूटरों ने हिमाचल प्रदेश के मनाली तक जाने के लिए एक टैक्सी किराए पर ली थी जहां वो एक-दो दिन रुके औप यहां से वापस 9 दिसंबर को चडीगढ़ आ गए.इस दौरान तीनों ने चंडीगढ़ के होटल कमल पैलेस में रुम बुक करने के लिए देवेंदर,जयवीर और सुखबीर के नाम से फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल किया.तीनों के ठिकानों के बारे में सूचना मिलने पर दिल्ली क्राइम पुलिस और राजस्थान पुलिस की एक टीम होटल पहुंची और यहीं से तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया.दिल्ली पुलिस रोहित और उधम को दिल्ली लेकर पहुंची जबकि नितिन फौजी को राजस्थान पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया।पुलिस ने ये भी बताया कि,ये तीनों आगे की योजना भी बना चुके थे चंडीगढ़ से गोवा और उसके बाद ये दक्षिण भारत की तरफ जाने वाले थे लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
दोनों शूटरों को दिया 50 हजार रुपये का लालच…
पुलिस से पूछताछ में नितिन फौजी ने बताया है कि,राजस्थान के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर और हथियार के डीलर रोहित गोदारा और उसके करीबी वीरेंद्र चरण के निर्देश पर गोगामेड़ी की हत्या की गई है। उन्होंने वादा भी किया था कि,अगर वो गोगामेड़ी की हत्या में उनकी मदद करेगा तो उसके लिए एक नकली पासपोर्ट और कनाडा के वीजा की भी व्यवस्था की जाएगी।इससे पहले नितिन फौजी नवंबर में हरियाणा पुलिस की एक टीम पर गोली चलाने के बाद बचकर भाग निकला था।
गौरतलब है कि,गोगामेड़ी की हत्या के बाद ही गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी.रोहित लॉरेंस-गोल्डी बराड़ गैंग का करीबी रहा है.गोगामेड़ी को मारने के लिए कथित तौर पर दोनों शूटरों को 50 हजार रुपये देने का वादा किया था.उनसे ये भी कहा गया था कि,वादे के मुताबिक जब तक उन्हें पासपोर्ट और वीजा नहीं मिल जाता तब तक वे अंडरग्राउंड ही रहें.पुलिस के मुताबिक रोहित राठौड़ का इससे पहले का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है जिसमें वो जेल में भी रह चुका है।