Digital- Ankur Sharma
लोकसभा चुनाव: साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। लोकसभा चुनाव से पहले जहां एक तरफ 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी को कड़ी टक्कर देने की कोशिश में जुटी है तो वहीं भाजपा भी राजस्थान में गहलोत सरकार के खिलाफ पूरे दम-खम के साथ प्रचार-प्रसार में लगी हुई है लेकिन इस बीच कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका ईडी की ओर से लगा है।
ईडी ने कांग्रेस से जुड़े नेशनल हेराल्ड न्यूज पेपर और इससे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। ईडी ने मंगलवार को करीब 752 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्ति और शेयर जब्त किए हैं। इसके बाद से ही कांग्रेस पार्टी की ओर से भाजपा को अपने निशाने पर लिया गया.कांग्रेस का कहना है कि, भारतीय जनता पार्टी ने 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले हार से ध्यान भटकाने के लिए ईडी का इस्तेमाल किया है। ईडी को कांग्रेस ने भाजपा का गठबंधन साझेदार बताया है।
ED ने बढ़ाई कांग्रेस की मुश्किलें
आपको बता दें कि, ईडी ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और यंग इंडिया की 751.9 करोड़ की संपत्ति जब्त की है जबकि AJL की संपत्ति की कुल कीमत 661.69 करोड़ रुपये है.ईडी ने ये कार्रवाई दिल्ली,लखनऊ और मुंबई में की है। बताया जा रहा है कि,यंग इंडिया की संपत्ति की कुल कीमत 90.21 करोड़ रुपये है। इस मामले में ईडी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ भी कर चुकी है।
ईडी की ओर से की गई इस कार्रवाई का असर यूपी की राजधानी लखनऊ तक में दिखाई दिया.ईडी ने जिन संपत्तियों को जब्त किया है उसमें लखनऊ के मॉल एवेन्यू में नेहरू भवन भी शामिल है.इसके अलावा ईडी ने कैसरबाग में भी AJL की संपत्तियों का जिक्र किया है.कैसरबाग में स्थित जमीन के एक हिस्से में इंदिरा गांधी आई हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर संचालित होता है।
PMLA के तहत जांच शुरू
जगजाहिर है कि, साल 2014 में ईडी ने दिल्ली के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के आदेश पर AJL और यंग इंडिया के खिलाफ PMLA के तहत जांच शुरू की थी। जांच के दौरान ये पाया गया कि, इस मामले से जुड़े आरोपियों ने मेसर्स यंग इंडियन के जरिए AJL की कई सौ करोड़ रुपये की संपत्ति हासिल करने के लिए आपराधिक साजिश को अंजाम दिया था।
फिलहाल देखा जाए तो 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के बीच ईडी की ये कार्रवाई कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है.इससे पहले भी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को ईडी के सवालों का सामना करना पड़ चुका है जिसको लेकर कई सारे कांग्रेस नेता भाजपा पर ये आरोप लगाते रहे हैं कि, विपक्ष के नेताओं को परेशान करने के लिए बीजेपी ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का इस्तेमाल करती रही है और अब जब राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं ऐसे में ईडी की ये कार्रवाई भाजपा की मंशा को जाहिर करती है.देखने वाली बात होगी कि, ईडी की कार्रवाई का कांग्रेस पार्टी पर क्या असर पड़ने वाला है।