लखनऊ संवाददाता : Vibhanshu
Lucknow : बीजेपी की साथी रहे भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह ने की किसान क्रांति दल से लोकसभा चुनाव मे प्रत्याशी मैदान मे उतारने की घोषणा की है।केंद्र सरकार को दिया 15 दिन का अल्टीमेटम है। वहीं भारतीय किसान यूनियन भानू देश का एक ऐसा मात्र किसान संघठन है जो हर चुनाव मे बीजेपी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहता है।
झूठे वादे किए थे
2022 के यूपी विधानसभा चुनाव मे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एटा की चुनावी रैली मे किसान नेता ठाकुर भानू प्रताप सिंह का नाम लेते हुए कहा था की इनके निवेदन पर मै प्रदेश के किसानो की बिजली माफ़ करने की घोषणा करता हूं, लेकिन चुनाव बीतने के बाद स्थिति जस की तस है। ठाकुर भानू प्रताप सिंह का कहना है की केंद्र सरकार ने भी किसान आंदोलन समाप्त करवाने के लिए नोएडा का चिल्ला बार्डर खोलने को लेकर ऐसे ही झूठे वादे किए थे जिसमे प्रमुख वादा था ।
हमें हमारा हक आयोग चाहिए
किसान आयोग का गठन लेकिन वादे केवल वादे ही रहे कई बार प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री, अमित शाह जी से और न जाने बीजेपी और संगठन के कितने नेताओं से मिला लेकिन आज तक केवल कोरा आश्वासन ही मिला। बीजेपी ने भी किसानो को धोखा दिया है, हमें 2000 रुपए नहीं चाहिए हम भिखारी नहीं है हमें हमारा हक हमारा आयोग चाहिए।
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गरीब किसानों को मूर्ख बनाते रहेंगे
अब हम और धोखा नहीं खाना चाहते इसलिए केंद्र सरकार को अंतिम 15 दिन का वक़्त दे रहे या तो हमारी सुनवाई हो वरना हम 2024 के लोकसभा चुनाव मे किसान क्रांति दल के बैनर तले किसानो को बीजेपी के खिलाफ चुनावी मैदान मे उतारेंगे, किसानो का भला तभी है ज़ब वो खुद चुनाव लड़े खुद सरकार मे आए वरना ये राजनैतिक दल सिर्फ गरीब किसानों को मूर्ख बनाते रहेंगे।