सुपौल संवाददाता- राजेश चौधरी
Supaul: छातापुर प्रखंड के राजेश्वरी पूर्वी पंचायत वार्ड नंबर सात के राजो देवी ने बताया कि उनकी तीन पतोहू लालो देवी, पुष्पा देवी एवं खुश्बू देवी नाम से वित्तीय वर्ष 2020-21 में पशु शेड निर्माण की अनुमति मिली थी। जिसके वेंडर तमुआ बाजार के हर्ष ट्रेडर्स बताए गए। मेटेरियल के लिए संपर्क करने पर बताया गया कि विभाग की राशि आने में देर होगी। पशु शेड बनाना है तो 50 हजार रुपए अग्रिम जमा करनी होगी। और जब विभाग से राशि आएगी तो लौटा दिया जाएगा। जब उनके द्वारा एक लाख 50 हजार रुपये जमा करवा दिया गया।
30- 35 हजार की राशि को मांगने पहुंचे
जब पशु शेड बनकर तैयार हो गया और विभाग से पेमेंट भी वेंडर को मिल गया तो वेंडर ललन भगत से अग्रिम दिए हुए राशि मांगने पहुँचे, तो ललन भगत उनके ऊपर ही 30 से 35 हजार का हिसाब बनाकर भरने को कहा। यही कहानी पशु शेड की अन्य लाभुक पड़ोसी चंद्रकला देवी एवं लाखों देवी ने भी दोहराई है।
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मनरेगा घोटलें में जांच के दिए आदेश
वही इस बाबत छातापुर मनरेगा पीओ कौशल कुमार राय में बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जांच कर दोषियों के विरूद्ध कारवाई की जाएगी। अब देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि पूरे मामले का निष्पक्ष जांच होता है या नही। हकीकत क्या है इसका खुलासा तो निष्पक्ष जांच से ही हो सकता है, लेकिन पशु शेड के गरीब लाभुकों ने जिस तरह का आरोप वेंडर पर लगाया है, निष्पक्ष जांच की जरूरत है।