Loksabha Election 2024:आगामी लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान 26 अप्रैल से होने वाले है. इसके चलते सभी राजनैतिक पार्टियों के उम्मीदवार अपने क्षेत्र से नमांकन दर्ज कर रहे है. वही, इस दौरान गुजरात में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है,कांग्रेस के उम्मीदवार नीलेश कुम्भानी का नामांकन फॉर्म चुनाव अधिकारियों ने रद्द कर दिया है. सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी चुनाव अधिकारी के समक्ष अपने तीन में से एक भी प्रस्तावक को मौजूद नहीं रख पाए जिसके बाद चुनाव अधिकारी ने निलेश कुम्भानी का नामांकन फॉर्म रद्द कर दिया.
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दरअसल, बीजेपी के दिनेश जोधानी ने कांग्रेस के कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के फॉर्म में उनके तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर को लेकर सवाल उठाए थे. जिसके बाद निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें अपनी सफाई के लिए एक दिन का समय दिया था.
“अब सभी के फोन बंद है”
नामांकन रद्द किए जाने को लेकर नीलेश कुम्भानी ने कहा कि, “मेरी सुबह प्रस्तावकों से बात हुई थी, उन्होंने कहा था कि 9 बजे तक कलेक्टर ऑफिस आ जाएंगे, हमें उम्मीद थी वो आएंगे लेकिन अब सभी के फोन बंद है.” कांग्रेस ने इसे भाजपा की साजिश बताते हुए कहा कि, भाजपा ने चुनाव से बाहर रखने के लिए ये चाल चली है.
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निर्वाचन आयोग ने कही ये बात
निर्वाचन अधिकारी की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि, प्रस्तावकों का कहना है कि फॉर्म पर हस्ताक्षर उनके नहीं हैं. इसको लेकर प्रस्तावकों बाकायदा हलफनामा दिया है.
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“हमारे पास हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाने का मौका है”
इस पूरे मामले में कांग्रेस के वकील बाबू मंगेकिया ने कहा कि, ”हमें अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया.” अब हम चुनाव आयोग द्वारा दिए गए आदेश को दिल्ली भेजेंगे और वहां से जो फैसला होगा उसके मुताबिक आगे बढ़ेंगे. अब हमारे पास हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाने का मौका है. हम इस मुद्दे पर निश्चित तौर पर कोर्ट जाएंगे.’
क्यो हुआ नमांकन फार्म रद्द?
सूरत से कांग्रेस के उम्मीदवार नीलेश कुंभानी के नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर करने वाले उनके तीन समर्थकों ने शिकायत की थी कि उनके हस्ताक्षर नकली थे. कलेक्टर ऑफिस के आदेश पर निलेश कुम्भानी का नामांकन रद्द कर दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में सुनवाई के दौरान उनकी उम्मीदवारी के लिए बतौर समर्थक हस्ताक्षर करने वाले तीनों समर्थक पेश नहीं हुए, जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई.
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