‘आदिपुरुष’ पर चल रहे विवाद के बीच एक खुलासा हुआ है कि रामायण को लेकर कई विवाद हुए थे। जिनके बारे में खुद शो की स्टारकास्ट ने बताया था। इसी में से एक सीता के ब्लाउज को लेकर होने वाली कंट्रोवर्सी भी है।
फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर विवाद रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। जब से फिल्म रिलीज हुई है तब से विवादों का हिस्सा बन गई है। फिल्म के डायलॉग, किरदार और लुक हर चीज पर इसे ट्रोल किया जा रहा है। वही जानकी के लुक को लेकर भी कई तरह की आपत्ति जताई जा रही है।
खासकर सीता के पल्लू को लेकर। लोग कह रहे हैं, कि इस फिल्म ने उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। वही आपको बता दें ये पहली बार नहीं हुआ है, कि जब सीता के लुक को लेकर बवाल हुआ हो। इससे पहले रामानंद सागर के शो रामायण में भी सीता के ब्लाउज को लेकर खूब विवाद हुआ था। इतना ही नहीं शो पर स्टे भी लगा दिया गया था।
सीता के कट स्लिव्स ब्लाउज से थी आपत्ति…
बता दे कि ‘रामानंद सागर ने जब रामायण की कास्टिंग कर इस शो के तीन पायलट शूट किए थे। तो उस वक्त इसके रिलीज को लेकर सरकार थोड़ी सतर्क हो गई थी। वो नहीं चाहती थी, कि कोई भी चूक रहे क्योंकि यह इतिहास में पहली बार होने जा रहा था कि हम रामायण को पहली बार टेलीविजन पर लेकर आ रहे थे। इसी वजह से शो के पायलट शूट में आई एंड बी मिनिस्ट्री की दखलअंदाजी रखी गई थी। उन्होंने शो को देखने के बाद कई पॉइंट्स उठाए थे। ऐसा महसूस हो रहा था, कि वो इस शो को टालना चाह रहे थे। वहीं रामानंद सागर जी भी अपनी जिद्द पर अड़े थे।
मिनिस्ट्री वालों ने सीता के ब्लाउज पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि माता सीता कट स्लीव ब्लाउज नहीं पहन सकती हैं। दूरदर्शन वालों ने भी इसका विरोध किया था। उन्होंने शो को टेलेकास्ट करने से मना कर दिया था। नतीजतन रामानंद सागर ने दोबारा सीता के कॉस्ट्यूम पर काम कर उसे फुल स्लीव का ब्लाउज और उसी के अनुसार साड़ी का डिजाइन करवाया। इस मुद्दे की वजह से सीरियल लगभग दो साल तक होल्ड पर रहा था। इसके अलावा कुछ पॉलिटिकल कारण भी थे, जिसपर अब बात करना सही नहीं।’
दो साल होल्ड पर रहा शो…
सुनील लहरी ने आगे बताया कि इस मुद्दे की वजह से शो को दो साल के लिए होल्ड पर डाल दिया गया था। उसके बाद इसका टेलिकास्ट हुआ।
जब I&B मिनिस्ट्री को भी किया गया था शामिल…
रामानंद सागर के शो रामायण में लक्ष्मण का किरदार निभा कर घर-घर में लोकप्रिय हुए एक्टर सुनील लहरी ने बताया- ‘जिस तरह आज आदिपुरुष को लोगों का आक्रोश झेलना पड़ रहा है। ठीक इसी तरह हमारे समय में भी रामायण को टेलीकास्ट करने के लिए रामानंद सागर जी को कई तरह के पापड़ बेलने पड़े थे।
उस समय में रामायण का यूं देशभर में टीवी पर टेलीकास्ट होना एक बहुत बड़ा मुद्दा बन गया था। छोटी से छोटी चीज़ पर भी पैनी नजर रखी जा रही थी। एक वक़्त तो ऐसा भी आया जब शो के टेलीकास्ट को लेकर इंडियन ब्रॉडकास्ट मिनिस्ट्री को हस्तक्षेप करना पड़ा था।’