कासगंज संवाददाता, वसीम कुरैशी
कासगंज: भारतीय सेना की जासूसी करने वाले कासगंज के एक आरोपी को एटीएस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी शैलेश व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा करता था शैलेश ने लगभग 8 माह पहले भारतीय सेना में अरुणाचल प्रदेश में अस्थाई श्रमिक के रूप में काम किया था जिस कारण शैलेश के पास भारतीय सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां थी शैलेश वर्तमान में भारतीय सेना में किसी पद पर कार्यरत नहीं है।
उसके बाद प्रोफाइल में स्वयं को भारतीय सेना में कार्यरत होना बताता है शैलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर शैलेश चौहान के नाम से प्रोफाइल बनाई थी जिसकी प्रोफाइल फोटो में शैलेश ने भारतीय सेना की यूनिफॉर्म में अपनी फोटो लगा रखी थी शैलेश फेसबुक के माध्यम से ही हरलीन कौर नाम की आईडी के संपर्क में आया था जिस मेसेंजर में बात होने लगी शैलेश की एक अन्य इसी हैंडलर प्रीति से भी व्हाट्सएप पर ऑडियो कॉल के माध्यम से बात होती थी प्रीति को भी शैलेश ने अपना परिचय सेना के जवान के रूप में ही दिया था।
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भारतीय सेना की जासूसी
शुरू में शैलेश और प्रीति के बीच में अतरंग बातें हुई बाद में प्रीति ने शैलेश को बताया कि वह इसी के लिए काम करती है और यदि शैलेश सहयोग करेगा तो वह इसके बदले शैलेश को अच्छी रकम देगी पैसों के लालच में शैलेश ने प्रीति नाम की हैंडलर को सेना से जुड़े महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की लोकेशन तथा सेना की गाड़ियों के मूवमेंट की फोटो भेजें जिसके एवज में शैलेश के फोन पे पर दो हजार रु आए इसके बाद प्रीति को कई बार सेवा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां भेजी इसके बदले में हर बार पैसे प्राप्त हुए
ISI का एजेंट जनपद कासगंज की तहसील पटियाली क्षेत्र के गांव जिनौल का निवासी है शैलेश उर्फ शैलेंद्र चौहान जिसे यूपी की ATS ने गिरफ्तार किया आरोपी का एक भाई आर्मी में है ये 5 भाई है एक भाई दिव्यांग है गांव में कोटा चलाता है। जिनमे से शैलेश चौथे नं. का है। शैलेश के पिता इस दुनिया में नहीं है।