By-ARTI
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा सियासी बवंडर हुआ है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता अजित पवार ने महाविकास अघाड़ी गठबंधन का साथ छोड़कर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) का दामन थाम लिया है। जिसके बाद सियासी बयानों के तीर एक के बाद एक छोड़े जा रहे है। वहीं इस पूरे सियासी उठापटक के बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बड़ा बयान दिया है।
क्यों नाराज थे अजित पवार ?
इसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल बनी हुई थी कि अजित पवार NCP से नाराज हैं। हालांकि, पार्टी लगातार इस बात पर लगातार पर्दा डालती रही। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजित पवार ने जल्द ही में मीडिया में आई उन खबरों को गलत साबित कर दिया था, जिनमें कहा जा रहा था कि सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को संगठन का कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने से वह नाखुश हैं।
अजित पवार ने कहा था कि ” जो लोग यह कह रहे हैं कि कोई जिम्मेदारी नहीं मिली, मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि मेरे पास महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी है। वहीं, शरद पवार ने भी कहा था कि अजित नाराज क्यों होंगे। उनकी सहमति से ही सब फैसले लिए गए हैं।” हालांकि, अब सब स्पष्ट है कि अजित पवार उस समय पार्टी से नाखुश थे। उनके नाखुश होने वाली बात अफवाह नहीं बल्कि सच्ची थी।
जयंत चौधरी BJP के साथ जल्द आएंगे- रामदास
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि, ‘एनसीपी नेता अजीत पवार काफी समय से नाराज चल रहे थे। वो भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन करना चाहते थे, लेकिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार ऐसा नहीं चाहते थे। आज बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है और इससे महाविकास अघाड़ी को भी धक्का लगा है। साथ ही उन्होंने कहा कि “पटना में जो मीटिंग हुई है मोदी जी अगर वो हटाने के लिए साथ आए हम लोग भी विपक्ष को हटाएंगे वहीं जयंत चौधरी भी बीजेपी के साथ जल्द आएंगे । साथ ही पीएम मोदी की तारिफ करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रदेश और देश का विकास हो रहा है। पीएम मोदी अच्छा काम कर रहे हैं। उनका विरोध करना ठीक नहीं है।
बता दें कि एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने रविवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली और एनसीपी के कई विधायकों के साथ एनडीए में शामिल हो गए। अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली और साथ ही 8 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली।