One Nation One Election: एक देश, एक चुनाव’ की संभावना पर केंद्र सरकार द्वारा पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जाने का एलान किया गया हैं। जो कि एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक और राजनीतिक मुद्दा हैं। इस प्रस्ताव का उद्देश्य है कि विभिन्न चुनावों को एक साथ आयोजित किया जा सके, ताकि व्यक्तिगत चुनावों के लिए लगातार मतदान करने की आवश्यकता न हो।
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कई विपक्षी दलों ने टिप्पणी की..
वहीं बात करें कुछ विपक्षी दलों की तो उन्होंने इस प्रस्ताव का समर्थन किया है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इस पर अपनी टिप्पणी की हैं। जबकि कुछ ने इस प्रस्ताव पर अपनी आपत्ति जाहिर की है। इस प्रस्ताव के समर्थन में यह दिखाया गया है कि यह चुनाव प्रक्रिया को सरल और कम लाचार बना सकता है और समय और धन की बचत कर सकता है।
विपक्षी दलों का मुख्य आरोप है कि इस प्रस्ताव से केंद्र सरकार अपने लाभ के लिए चुनावों को संयोजित करने का प्रयास कर रही है और इससे लोकतंत्र की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास हो सकता है।
इस मुद्दे पर चर्चा और विचार-विमर्श जारी है, अब देखना यह होगा कि केंद्र सरकार और विपक्षी दल कैसे इस समझौते पर पहुंचते हैं और क्या निर्णय लिया जाता है।
राहुल गांधी ने दिया बयान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए एक बयान में कहा- वह एक देश, एक चुनाव के पक्ष में बोल रहे हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य है कि भारत में सभी चुनावों को एक ही समय पर आयोजित किया जाए, जैसे कि लोकसभा चुनाव। उनका यह कहना है कि इससे राज्यों के चुनाव नियमों, प्रक्रियाओं, और विधान की तरह होगा और एक समय पर होने से यह राष्ट्र के सभी नागरिकों के लिए बेहतर होगा क्योंकि वे एक साथ अपने प्रतिनिधि चुन सकेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा
राहुल गांधी के बयान के बाद, रविवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी एक देश, एक चुनाव कराने को लेकर सरकार के मंसूबे पर सवाल खड़ा किया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने फलौदी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा,”यह इतना बड़ा फैसला (एक राष्ट्र एक चुनाव) है, उन्हें (केंद्र को) सभी विपक्षी दलों के साथ इस पर चर्चा करनी चाहिए थी। अगर चर्चा के बाद एक साथ निर्णय लिया गया होता, तो लोगों को विश्वास होता कि वे (केंद्र) देश के हित में कुछ कर रहे होंगे। लेकिन अब लोगों को उनके इरादों पर संदेह है, लोग चिंतित हैं।
एक देश एक चुनाव: कमेटी गठित की गई
आपको बता दे कि इस साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं। वहीं, विपक्षी दलों की गुट आई। एन.डी. आई.ए. ने कुछ ही दिनों पहले मुंबई में अपनी तीसरी बैठक की थी, जिसमें विपक्ष के कई दिग्गज नेताओं ने शिरकत किया था। बता दें कि वन नेशन-वन इलेक्शन के लिए जो कमेटी गठित की गई है, उनमें अमित शाह, अधीर रंजन चौधरी, गुलाम नबी आजाद, एनके सिंह, सुभाष कश्यप, हरीश साल्वे और संजय कोठारी को शामिल हैं। गौरतलब है कि इस कमेटी से अधीर रंजन चौधरी ने अपना नाम वापस लेने के लिए केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा है।