हरदोई संवाददाता- Harsh Raj
Uttar Pradesh: पेड़ काटने के लिए परमिट के बदले सुविधा शुल्क मांगना रेंजर को महंगा पड़ गया। पीड़ित ने एंटी करप्शन से सुविधा शुल्क मांगे जाने की शिकायत की थी। जिस पर एंटी करप्शन टीम ने रेंजर को रंगे हाथों पकड़ लिया।
बिलग्राम क्षेत्र में तैनात रेंजर केके जैन को एंटी करप्शन टीम ने सुविधा शुल्क लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। प्रकरण के संबंध में जानकारी मिली हैं कि एक व्यक्ति अपनी आवश्यकता के लिए पेड़ काटना चाहता था। जिसके लिए उसने परमिट के लिए आवेदन किया था। परमिट जारी करने के बदले में रेंजर ने सुविधा शुल्क की मांग की थी। पीड़ित व्यक्ति ने सुविधा शुल्क मांगे जाने से की शिकायत एंटी करप्शन टीम से की।
Read more: अपनी मातृभाषा की विशेषता को पूरी दुनिया में पहुँचने के लिए हिन्दी एकमात्र सर्वश्रेष्ठ साधन..
रेंजर के के जैन को रंगे हाथों पकड़ लिया
उसकी शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने बुधवार की शाम रेंजर के के जैन को रंगे हाथों पकड़ लिया। उन्हें टीम अपने साथ पूछताछ के लिए ले गई। इस संबंध में जब डीएफओ शशिकांत से जानकारी चाहिए। तो उनका फोन अर्दली ने उठाया। अर्दली ने बताया कि साहब लखनऊ मीटिंग में है। इस कार्रवाई से सुविधा शुल्क मांगने वाले कर्मचारियों का अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ हैं।
अन्य कर्मचारियों को रिश्वत लेते गिरफ़्तार कर चुकी
हरदोई में अधिकारियों व कर्मचारियों के लगातार रिश्वत माँगने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते है। जनपद में किससे पूर्व कई बार एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल समेत कई अन्य कर्मचारियों को रिश्वत लेते गिरफ़्तार कर चुकी हैं।उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद ही जीरो टॉर्लेंस की नीति पर काम करने के निर्देश सभी सरकारी कर्मचारियों को दिये थे।लेकिन सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी बिना रिश्वत आज भी बहुत से कार्य नहीं होते हैं। सरकार लगातार मोबाइल पर मेसेज भेजकर लोगो को जागरूक करने का काम करती हैं। फिर भी प्रदेश में भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग सका हैं।