लखनऊ संवाददाता- Mohd Kaleem…
लखनऊ: रस्सी से हाथ-पैर बांधकर शुक्रवार को मासूम वाजिद (10) को गोमती नदी में फेंक दिया था। देर रात उसका शव पक्का पुल के पास नदी में मिला। बेटे का शव देख परिजन बिलख पड़े। मां ने पड़ोस के तीन किशोरों पर हत्या का आरोप लगाया है। वहीं मदेयगंज पुलिस के मुताबिक वाजिद की डूबने से मौत हुई है। वह रस्सी में चुंबक बांधकर नदी से सिक्के निकालने का काम करता था। उसी रस्सी में फंसकर उसकी जान चली गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एक सप्ताह में वाजिद तीन लोगों को नदी में डूबने से बचा चुका था।
गोमती नदी से सिक्के निकालता था…
पक्का पुल मछली मंडी के पास झोपड़ी बनाकर रह रहे मजदूर मो. उस्मान का बेटा वाजिद (10) गोमती नदी से सिक्के निकालता था। मां शाबना खातून के मुताबिक उस्मान शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे घर से निकला था। शाम करीब छह बजे तक वह काम से नहीं लौटा तो वाजिद को आसपास खोजा पर वह नहीं मिला। वह नदी के किनारे पहुंची तो उसके कपड़े पड़े थे। आसपास के लोगों की मदद से नदी में खोजा पर उसका कुछ पता नहीं चला। सूचना पर मदेयगंज थाने से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। गोताखोरों की मदद से नदी में खंगाला। रात करीब 12 बजे गोताखोरों ने उसे खोज निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बेटे का शव देख परिजन बिलख पड़े। मां शाबना ने पड़ोस के ही तीन लोगों पर बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। वाजिद चार भाइयों में तीसरे नंबर पर था।
इंस्पेक्टर मदेयगंज अभय सिंह के मुताबिक अभी तक की जांच में सामने आया है, कि वाजिद रोज की तरह शुक्रवार को भी सिक्का खोजने नदी में कूदा था। बहाव तेज होने से उसकी रस्सी उसके ही हाथ-पैर में फंस गई। जिससे वह तैर नहीं सका और डूब गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। मां शाबना ने तहरीर दी है, लेकिन किसी को नामजद नहीं किया है। पिता मो. उस्मान के मुताबिक बेटा वाजिद बीते एक सप्ताह में तीन लोगों को पक्का पुल के पास नदी में डूबने से बचा चुका था। बेटा अच्छा तैराक था, वह नदी में कैसे डूब सकता है।