हरदोई संवाददाता- Harsh Raj
Uttar Pradesh: आबकारी मंत्री ने कहा था जनपदों में अवैध शराब कच्ची शराब आदि बनना बंद हो गई है। आबकारी मंत्री ने भी इसको लेकर तमाम तरह के दावे किए लेकिन यह सारे दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। हरदोई पुलिस और आबकारी विभाग ने 24 घंटे का विशेष अभियान चलाकर 218 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है।
जो बनाने का कारोबार कर रहे थे। उनका यह धंधा किसी कुटीर उद्योग से कम नहीं है। इनके पास से पुलिस ने लगभग 5000 लीटर अवैध शराब बरामद भी की है, साथ ही लगभग 2 लाख और 41 हज़ार लीटर लहन नष्ट किया है। इस पूरे मामले में जनपद भर में 215 मुकदमे लिखे गए हैं।
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कच्ची शराब से मौत

प्रदेश में अक्सर ही कच्ची शराब से मौत होने की घटनाएं सामने आती रही हैं। जिसको लेकर सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा था कि भाजपा सरकार आने के बाद कच्ची एवं अवैध शराब के धंधों पर बट्टा लगा है। सभी जनपदों में इस तरह के कारोबार को खत्म किया गया है। विगत माह हरदोई में दो लोगों की अवैध शराब पीने से मौत हो गई थी। जिसको लेकर कांग्रेस नेताओं ने कई दिनों तक विरोध प्रदर्शन किया और आबकारी मंत्री का इस्तीफा मांगा था।
अवैध शराब का कारोबार फल फूल रहा

प्रशासन भी इस बात को स्वीकारने में बिल्कुल भी तैयार नहीं है कि जनपद में अवैध शराब का कारोबार फल फूल रहा है। लेकिन अब पुलिस अफसर का दूसरा पहलू देख लीजिए एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया की 24 घंटे के विशेष अभियान के तहत पुलिस और आबकारी विभाग ने छापेमारी की इसके बाद हरदोई के 25 थानों से 4 हजार और 776 लीटर लीटर बरामद की गई। जिसमें 218 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है। इन सभी के खिलाफ 215 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
अवैध शराब बनाने वाले लोगों पर कार्यवाही

इसके अलावा उपयोग होने वाला लहान लगभग 2 लाख 40 हजार 900 लीटर नष्ट किया गया है। इन सभी इलाकों में सबसे ऊपर नाम कासिमपुर थाने का है। जहां से 17 लोग गिरफ्तार हुए और 608 लीटर की बरामद हुई है। सवाल बड़ा जरूर है कि पुलिस लगभग हर माह इस अवैध शराब बनाने वाले लोगों पर कार्यवाही करती है। बावजूद इसके इतनी बड़ी संख्या में अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री, खेप और लोग पकड़े जाते हैं। अगर कार्रवाई सही और ईमानदारी से होती है। तो इनकी तादाद में कमी क्यों नहीं आ रही है।