अलीगढ़ संवाददाता: नितेश महेश्वरी
Aligarh: अलीगढ जिला कारागार मे बंद कैदियो के बच्चों के लिए आज जेल प्रशासन मिशाल बन गया, क्योकिं मौका था छोटे छोटे बच्चों को नुमाइश देखने का। जेल प्रशासन के द्वारा जेल में बंद कैदियों के बच्चों को नुमाइश दिखाने का प्रोग्राम तय किया गया था, जो कि हर साल होता है। वही नुमाइश देखने पहुंचे छोटे छोटे बच्चों के चेहरे खिल उठे बच्चों ने खूब मस्ती की और जमकर तरह-तरह के व्यंजनों का भी लुफ्त उठाया जो की जेल में उनको नहीं मिल पाता।
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बच्चों ने जमकर खिलौनो की खरीददारी की
इतना ही नही बच्चो ने खूब झूले भी झूले और जमकर खिलौनो की खरीददारी की। जेल मे बंद कैदियो के बच्चो ने जेल से बाहर की दुनियां मे ऐसा खानपान देखकर बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जेल प्रशासन भी बच्चों के साथ बच्चों की तरह पेश आया और उनको मां-बाप की कमी नहीं महसूस होने दी। बच्चों का नुमाइश से जाने का दिल नहीं कर रहा था. पूछने पर बच्चों ने बताया हम नुमाइश में ही खेलेंगे हम घर नहीं जाएंगे।
बच्चों के चेहरे खिल उठे
यहां पर बहुत अच्छी-अच्छी चीज हैं खाने के लिए और सभी तरह के झूले हैं बिना किसी गुनाह के सजा काट रहे। इन बच्चों का भविष्य जेल प्रशासन के द्वारा सुरक्षित रखा जा रहा है. 6 साल की आयु तक बच्चे जेल में अपने परिजनों के साथ रह सकते हैं.जो जेल में बंद हो उसी के तहत जेल प्रशासन इनकी देख रेख करता है. इस मौके पर जेल के क्षेत्र अधिकारी संदीप कुमार ने बताया बच्चों को नुमाइश घुमाने लेकर आया गया है, जिससे वह खुशी महसूस कर सकें और जेल के बाहर की दुनिया देख सकें सीईओ संदीप कुमार ने बच्चों को खेल खिलौने दिलवाए और खाना भी खिलाया. जिससे बच्चों के चेहरे खिल उठे और बच्चे खुश नजर आए जेल प्रशासन का सराहनीय कदम देख लोग नुमाइश में तारीफ करते नजर आए।
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