कानपुर संवाददाता- Abhishek Dubey
Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक खबर सामने आई हैं जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सुसाइड करने वाले किसान बाबू सिंह की मौत पर अब सियासत शुरू हो गई हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर किसान की मौत को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। तंज कसते हुए पूछा हैं कि आखिर भाजपाइयों को अपराध में विशेष छूट क्यों मिलती है। साथ ही पूछा भाजपाइयों पर क्यों नहीं होती बुलडोजर से करवाई।
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ट्रेन के आगे कूद जान दे दी
आपको बता दे, किसान बाबू सिंह यादव ने ट्रेन के आगे कूद जान दे दी थी। उन्होंने सुसाइड से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा था। जिसमें भाजपा नेता डॉक्टर प्रिय रंजन सिंह दिवाकर उर्फ आंसू पर साथियों के साथ मिलकर अपनी करोड़ की जमीन हैपन का आरोप लगाया था। अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर सवालिया निशान खड़े किए हैं।
अखिलेश यादव ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा डॉ प्रियरंजन सिंह दिवाकर की बदनियति और धोखाधड़ी एक किसान बाबू सिंह की आत्महत्या का कारण बनी। इसके पर्याप्त सबूत हैं। डॉ प्रियरंजन दिवाकर की अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। भाजपाइयों को अपराध में विशेष छूट क्यों मिलती है। और क्या भाजपाइयों पर कार्रवाई करने के लिए बुलडोजर को कोई विशेष ड्राइविंग लाइसेंस लेना पड़ता है।
किसान बाबू सिंह से 6.5 करोड़ में सौदा हुआ
आपको बता दे कि चकेरी गांव निवासी बाबू सिंह यादव उम्र 50 वर्ष किसान थे। किसान बाबू के पास अहिरवा के मौजा मैं प्राइम लोकेशन पर 6:30 बीघा जमीन थी। जिसकी कीमत करोड रुपए है। 18 मार्च 2023 को डॉ प्रियरंजन सिंह दिवाकर उर्फ आशु दिवाकर का किसान बाबू सिंह से 6.5 करोड़ में सौदा हुआ था। इसके बाद डॉ प्रियरंजन सिंह दिवाकर उर्फ आंसू दिवाकर ने किसान बाबू सिंह को एक होटल में बुलाकर लिखा पढ़ी कर ली। और उन्हें 6.5 करोड़ का वोगश चेक दिया था।
बाद में पुलिस से शिकायत के डर से नेता के गुर्गों ने किसान से चेक को छिन भी लिया। किसान के परिवार के लोगों ने इस बात को लेकर हंगामा किया तो 7 लाख लेकर मुंह बंद रखने को कहा। धमकी दी ज्यादा बोले तो पूरे परिवार को मरवा दूंगा। किसान बाबू सिंह बीते 6 महीने से अपने जमीन के रुपए पाने के लिए थानेदार से लेकर डीसीपी और पुलिस कमिश्नर के दफ्तर के चक्कर काटे,, लेकिन कहीं सुनवाई न हुई।
सुसाइड नोट में लिखा…
माननीय योगी सरकार हो सके,तो बच्चों को न्याय मिले। आपसे मेरी शिकायत है कि आपके राज्य में आपकी पार्टी का सदस्य आपका ही कानून तोड़ रहा है। आपकी केंद्र सरकार ने कानून लागू किया था। ₹20000 से ऊपर का कोई भी लेनदेन रजिस्ट्री से होगा।
मुझे 6 करोड़ 29 लाख का चेक देकर मेरी 6:30 बीघा जमीन ले ली गई। चेक लोकल था और क्या लिखूं। लिखने को तो बहुत कुछ है। जीने का मतलब नहीं बचा। सारे फोटो फोन में है। आत्महत्या के जिम्मेदार प्रियरंजन दिवाकर और बबलू यादव हैं। हो सके तो बच्चों को न्याय मिले। छोटू बाय (छोटू बाबू सिंह की छोटी बेटी का नाम है।)
खेत हड़प कर बसा ली आलीशान हाउसिंग सोसायटी
मृतक किसान की पत्नी बीटान की तहरीर पर चकेरी पुलिस ने देर रात डॉ प्रियरंजन दिवाकर उर्फ आशु दिवाकर, मृतक किसान बाबू सिंह यादव के भतीजे जितेंद्र, जितेंद्र के साडू बबलू, राहुल जैन और माधरी पांडे, शिवम चौहान को नामजद किया है। पूरे मामले में कोई भी जिम्मेदार अफसर बयान देने से बच रहा है। अफसर को कहना है कि मामले की जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।
इस मामले में पुलिस टीम को आरोपियों के खिलाफ कई अहम सुराग मिले हैं। 2 टीम आरोपित भाजपा नेता की तलाश में फतेहपुर और प्रयागराज पहुंची थी। कानपुर पुलिस ने अब तक परिजन समेत 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है।