सरकार पहले से ही भारत ब्रांड के तहत आटा और दालों की बिक्री करती है। अब इस ब्रांड के तहत चावल के बिक्री की भी तैयारी चल रही है। वही सरकार का कहना है कि आम आदमी को महंगाई से राहत देने के लिए ये फैसला लिया जा सकता है।

Bharat Brand Rice: इस समय चावल-दाल की कीमत कुछ ज्यादा ही है। इससे आम आदमी परेशान नहीं हो, इसके लिए सरकार ने कई कदम उठा लिए हैं या उठाने की घोषणा की है। पहले केंद्र सरकार ने देश में भारत आटा और भारत दाल लॉन्च की। अब इसी भारत ब्रांड के अंतर्गत भारत चावल आने वाला है। इसकी कीमत 25 रुपये प्रति किलो रखी जाएगी। बता दे कि मामले से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत राइस को 25 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाएगा. यह चावल सरकारी एजेंसियों के जरिये आम आदमी तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (Nafed), नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF), केंद्रीय भंडार की दुकानों और मोबाइल वैन के जरिये बेचने की तैयारी है।
नवंबर में इतनी रही खाद्य महंगाई…

सरकार का यह कदम ऐसे समय में आया है, जब नवंबर महीने के दौरान फूड इनफ्लेशन अक्टूबर में 6.61 प्रतिशत और पिछले साल नवंबर में 4.67 प्रतिशत के मुकाबले 8.7 प्रतिशत रही है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के अनुसार, इसी अवधि में अनाज की कीमतों में 10.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
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नाफेड, एनसीसीएफ और केंद्रीय भंडार से होगी बिक्री…

एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी की भारत चावल की लॉन्चिंग की पुष्टि की है। सूत्रों के अनुसार, नाफेड (National Agricultural Cooperative Marketing Federation of India), एनसीसीएफ (National Cooperative Consumers’ Federation) और केंद्रीय भंडार (Kendriya Bhandar) के जरिए इस ‘भारत चावल’ ब्रांड की बिक्री की जाएगी।
25 रुपये प्रति किलो चावल…

केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मध्यमवर्गीय को महंगे चावल से राहत दिलाने के लिए भारत ब्रांड चावल बेचने की तैयारी है। इसी तरह से पहले से भारत ब्रांड दाल और आटे की बिक्री की जा रही है। भारत ब्रांड चावल बेचने की जिम्मेदारी नेफेड और एनसीसीएफ और केंद्रीय भंडार जैसे संगठनों को दी जाएगी। कोशिश की जा रही है कि इस चावल को पैक कर जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों यानी राशन डीलरों के जरिये भी बिकवायी जाए।
प्याज भी सस्ता बेच रही सरकार…

सिर्फ अनाज ही नहीं, बल्कि प्याज और टमाटर भी सरकार अपने आउटलेट पर सस्ती दरों में बेचती है। अगर प्याज की बात की जाए तो मदर डेयरी, सफल सहित तमाम चैनल के जरिये इसे 25 रुपये किलोग्राम के भाव पर बेचा जा रहा है। सरकार ने पिछले कुछ दिनों में खाद्य उत्पादों की कीमतों को थामने के लिए कई कदम उठाए हैं।
CPI से तय होती है महंगाई…

एक ग्राहक के तौर पर आप और हम रिटेल मार्केट से सामान खरीदते हैं। इससे जुड़ी कीमतों में हुए बदलाव को दिखाने का काम कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स यानी CPI करता है। हम सामान और सर्विसेज के लिए जो औसत मूल्य चुकाते हैं, CPI उसी को मापता है।
