Abhishek Sharma: अक्सर कहा जाता है कि जीवन में अगर एक बार सफलता ना मिले तो बार-बार उसके लिए प्रयास करना चाहिए तो सफलता अवश्य ही मिलती है. कुछ ऐसा ही उदाहरण है. अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) जो अंतर्राष्ट्रीय करियर के पहले मुकाबले में बिना खाते खोले पवेलियन लौट गए थे. जिसके चलते उनको कई सवालों का सामना भी करना पड़ा था. लेकिन करियर के महज दूसरे मैच में ही उन्होंने ताबड़तोड़ शतक लगाकर सभी सवालों का जवाब अपने बल्ले से दिया. भारत और ज़िम्बाब्वे के बीच खेले जा रहे पांच मैचों की टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में अभिषेक ने शानदार शतक लगाया.
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शुभमन गिल का बल्ला और अभिषेक का खुलासा
बताते चले कि शतक लगाने के बाद भारतीय ओपनर ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि वह शुभमन गिल (Shubman Gill) के बल्ले के साथ खेल रहे थे. अभिषेक (Abhishek Sharma) ने बल्ले का खास शुक्रिया अदा करते हुए बताया कि यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने शुभमन गिल का बल्ला इस्तेमाल किया है. आईपीएल में भी अभिषेक ने कई बार गिल से बल्ला मांगा है. ज़िम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टी20 में अभिषेक ने 47 गेंदों में 7 चौके और 8 छक्कों की मदद से 100 रनों की पारी खेली, जिसके लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ के खिताब से नवाज़ा गया था.
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शुभमन गिल का बल्ला: शुभ संकेत
आपको बता दे कि मैच प्रजेंटेशन के दौरान अभिषेक (Abhishek Sharma) ने कहा, “आज मैंने शुभमन गिल के बल्ले से खेला. इसलिए बल्ले का भी शुक्रिया. अंडर-12 के दिनों से ही मुझे लगता है कि यह होता है. जब भी मुझे ऐसा लगता है कि यह दबाव वाला मैच है, या फिर ऐसा मैच जहां मुझे परफॉर्म करना चाहिए, तो मैं अक्सर उसका बल्ला लेता हूं. यहां तक कि आईपीएल में भी मैं आमतौर पर एक बल्ला मांगता हूं. उन्होंने मुझे यह बैट दिया. इसलिए मुझे लगता है कि यह काफी अच्छा गया.”
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बड़े शॉट्स के पीछे पिता की शिक्षा
शतकीय पारी खेलने के बाद अभिषेक (Abhishek Sharma) ने अपने बड़े शॉट्स खेलने के हुनर का श्रेय अपने पिता को दिया. उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता ने कोच को ज़्यादा दखल देने से रोका. अभिषेक ने कहा, “मेरे पिता का खास उल्लेख, जिन्होंने मेरे बचपन में कोच को बहुत ज़्यादा दखल नहीं देने दिया. वह हमेशा मुझे बड़े शॉट खेलने के लिए कहते थे। लेकिन उन्होंने हमेशा मुझे एक चीज़ बताई कि अगर आप लॉफ्टेड शॉट खेलना चाहते हैं, तो यह बाउंड्री के पार जाना चाहिए. “
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