बलिया संवाददाता- संजय कुमार तिवारी
उत्तर प्रदेश के बलिया में चकबंदी विभाग के आयुक्त लखनऊ की बड़ी कार्यवाई करते हुए 31 लेखपाल और कानूनगो के खिलाफ शहर कोतवाली थाना में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। बैरिया तहसील के दलन छपरा गांव के 260 किसानों की अरबो रुपये की कीमती जमीन को सरकारी दस्तावेजों में फर्जी दस्तखत कर भू माफियाओ के नाम किया दर्ज। शिकायतकर्ता पीड़ित की माने तो भूमाफियाओ की मिलीभगत से किसानों की जमीन, और खेल के मैदान, ग्राम सभा की जमीन को भी भूमाफियाओं के नाम चकबंदी विभाग ने दर्ज कर दिया है। वही पूरे मामले में पुलिस की माने तो चकबन्दी आयुक्त लखनऊ के निर्देश पर 31 लेखपाल और कानूनगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। और एन्टी भूमाफिया टीम गठित कर जांच की जा रही है।
260 किसानों ने जिलाधिकारी को आवेदन दिया…
पीड़ित किसान सुशील कुमार पाण्डेय कि माने तो बैरिया तहसील के दलन छपरा गांव में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉo राजेंद्र प्रसाद का ससुराल है। उस गांव में चकबन्दी विभाग ने 260 किसानों के 80 एकड़ जमीन जो अरबो रुपये की जमीन को भूमाफियाओ के द्वारा धोखाधड़ी करके उनके नाम सरकारी जमीन में कूटरचित करके फर्जी हस्ताक्षर कर किसानों की जमीन को नवीन परती दिखाकर दर्ज कर दिया है। जिसकी शिकायत तहसील दिवस में भी 260 किसानों ने जिलाधिकारी को आवेदन दिया था । मगर वर्तमान में सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने भी इसकी शिकायत चकबन्दी विभाग को दी गई थी मगर अधिकारियों ने संज्ञान नही लिया ।
तब शिकायत कर्ता सुशील कुमार पांडेय की शिकायत चकबन्दी विभाग के आयुक्त से की और सांसद ने भी इसकी शिकायत आयुक्त से की तो तब जाकर चकबन्दी विभाग के आयुक्त ने जांच कराई तो बड़ा खेल सामने आया है और 2005 से अबतक कार्यरत रहे 31 लेखपाल और कानूनगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही का निर्देश दिया है। पीड़ित योगी सरकार को धन्यवाद देते नही थक रहे है।
पूरे मामले में पुलिस की माने तो चकबंदी विभाग के आयुक्त लखनऊ के निर्देश पर शहर कोतवाली में 18 चकबंदी विभाग के अधिकारी और 13 लेखपालो समेत कुल 31 अधिकारी और कर्मचारियों पर पुलिस ने 419,420 धारा के तहत मुकदाम दर्ज किया गया है।