Bihar: बिहार बोर्ड 9वीं और 11 वीं की परीक्षा भी बोर्ड एग्जाम की तर्ज पर लेने की तैयारी में लगा है.ऐसा लगता है कि,इस एग्जाम के लिए टीचर और स्टूडेंट तो तैयार हैं,मगर शिक्षा विभाग के अफसर इसके लिए तैयार नहीं हैं.छपरा और बेगूसराय से जो तस्वीरें आई हैं, वो काफी हैरान करने वाली हैं….जहां क्वेश्चन पेपर को ऑफिस बिल्डिंग के सीढ़ी से लेकर छत और ग्राउंड से लेकर गोदाम तक में यूं ही कबाड़ की तरह फेंका गया है.इसको लेकर किसी तरह का कोई मैनेजमेंट देखने को नहीं मिला.इसी ढेर में से टीचर्स अपने-अपने स्कूल के क्वेश्चन पेपर को खोज रहे हैं.इसमें जिला शिक्षा ऑफिस का कोई भी कर्मचारी और अधिकारी इसकी मॉनिटर नहीं कर रहा है.आपको बता दें कि,बीएसईबी 11वीं की परीक्षाएं 13 मार्च से 20 मार्च 2024 तक तक होंगी.जबकि, 9वीं की परीक्षाएं 16 मार्च से 20 मार्च तक चलेंगी।
बड़ी संख्या मे फेंके गए प्रश्न पत्र
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा भेजे गए प्रश्न पत्र के बंडलों को मैदान और कमरे में जिस तरीके से फेंका गया है, इससे शिक्षकों में शिक्षा विभाग के प्रति काफी नाराजगी देखने को मिली.जिले में 9वीं कक्षा के बच्चों की परीक्षा के लिए बोर्ड ने 1860 बंडल प्रश्न पत्र भेजा है.वहीं 11वीं कक्षा के बच्चों की परीक्षा के लिए 3311 बंडल प्रश्न पत्र भेजा है.प्रश्न पत्र खोजने वाले शिक्षकों ने कहा कि,हम लोग कैसे अपने-अपने स्कूलों के प्रश्न पत्र के बंडल को खोजें?पहले एक से दो बंडल में एक स्कूल के सभी विषयों का प्रश्न पत्र रहता था.इसके कारण इस तरह की स्थिति होने के बावजूद लोग अपने-अपने प्रश्न पत्रों के बंडल खोज लेते थे लेकिन इस बार हर विषय के प्रश्न पत्रों का बंडल अलग-अलग कर दिया गया है।
जितने विषय उतने प्रश्न पत्र- मुकेश कुमार मिश्र
इस मामले पर शिक्षक नेता मुकेश कुमार मिश्र ने कहा कि,इस बार 9वीं के जितने विषय हैं, उतने बंडल और 11वीं में जितने विषय हैं, उतने अलग-अलग प्रश्न पत्रों के बंडल भेजे गए हैं.एक अन्य परेशानी ये भी है कि,जिले में 9वीं और 12वीं में जितने बच्चे नामांकित हैं उससे लगभग आधी संख्या में ही कॉपी भेजी गई है.इसके कारण परीक्षा शुरू होने के बाद सभी बच्चों को परीक्षा की कॉपी कैसे मिलेगी, ये अपने आप में एक प्रश्न है।
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