UP News: उत्तर प्रदेश के कैराना से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की सांसद इकरा हसन (Iqra Hassan) के नाम पर सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में फर्जी अकाउंट्स (fake social media accounts) चलाए जा रहे हैं। इस परेशानी से तंग आकर सपा सांसद इकरा हसन ने शामली पुलिस (shamli police) को लिखित शिकायत दी है। सांसद के प्रतिनिधि मनोज राणा ने पुलिस को 92 फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स की सूची सौंपी है, जिन्हें बंद करने की मांग की गई है। पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए इसे साइबर सेल को जांच के लिए सौंप दिया है।
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सांसद की छवि पर पड़ रहा असर
समाजवादी पार्टी की युवा सांसद इकरा हसन सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता और लोकप्रियता के कारण सुर्खियों में रहती हैं। उनकी इस ख्याति का फायदा उठाते हुए कई अज्ञात व्यक्तियों ने उनके नाम पर सैकड़ों फर्जी अकाउंट्स बना दिए हैं। यह अकाउंट्स फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर संचालित हो रहे हैं। इन अकाउंट्स से कोई भी गलत जानकारी या पोस्ट न फैलाई जाए, इस आशंका को लेकर सांसद इकरा हसन ने इन अकाउंट्स को बंद करने की मांग की है।
मनोज राणा ने पुलिस को सौंपी सूची, कहा- “गलत पोस्ट का डर”
सांसद इकरा हसन के प्रतिनिधि मनोज राणा ने कैराना कोतवाली में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि सांसद के नाम पर चल रहे इन फर्जी अकाउंट्स से किसी भी तरह की गलत जानकारी या पोस्ट साझा की जा सकती है, जो न सिर्फ सांसद की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है, बल्कि सार्वजनिक हित में भी हानिकारक साबित हो सकती है। इस कारण उन्होंने इन सभी अकाउंट्स को जल्द से जल्द बंद करने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने सांसद इकरा हसन के आधिकारिक और सत्यापित सोशल मीडिया अकाउंट्स की सूची भी पुलिस को सौंप दी है, ताकि असली और नकली अकाउंट्स के बीच फर्क किया जा सके।
पुलिस की सक्रियता, साइबर सेल को सौंपी गई जांच
सीओ कैराना अमरदीप मौर्य ने बताया कि सांसद इकरा हसन की ओर से यह शिकायत प्राप्त हुई है, जिसमें 92 फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स का उल्लेख किया गया है। इस शिकायत को तुरंत साइबर सेल को सौंप दिया गया है और अब इसकी जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और इन फर्जी अकाउंट्स को जल्द से जल्द बंद कराया जाएगा।
सांसद की छवि और सोशल मीडिया की जिम्मेदारी
फर्जी अकाउंट्स न केवल सार्वजनिक व्यक्तित्वों की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि समाज में गलत जानकारी फैलाने का भी बड़ा माध्यम बन सकते हैं। सांसद इकरा हसन का यह कदम न केवल उनके व्यक्तिगत हितों की रक्षा के लिए है, बल्कि यह सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सार्वजनिक सुरक्षा और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है।
फर्जी अकाउंट्स मामलों पर प्रशासन की कड़ी नजर
सोशल मीडिया के इस दौर में सार्वजनिक व्यक्तित्वों के नाम पर फर्जी अकाउंट्स बनाना एक आम समस्या बनती जा रही है। ऐसे मामलों में प्रशासन की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। इकरा हसन की शिकायत के बाद पुलिस और साइबर सेल ने इस मामले पर कड़ी नजर रखी है, ताकि ऐसे फर्जी अकाउंट्स पर रोक लगाई जा सके और जनता तक सही जानकारी पहुंच सके। इकरा हसन का यह कदम उनके और समाजवादी पार्टी के समर्थकों के लिए राहत की खबर है, क्योंकि अब सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे फर्जी संदेशों पर अंकुश लगाया जा सकेगा। वहीं, पुलिस और साइबर सेल की त्वरित कार्रवाई से उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले का निपटारा हो जाएगा।